मुख्यमंत्री बी.एस. येडियूरप्पा ने कहा कि सरकार राज्यपाल और विपक्ष सहित सभी दलों के नेताओं के निर्देशों पर विचार करते हुए आगे कदम उठाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य में संक्रमित लोगों को उचित उपचार, दवाइयां, वेंटिलेटर, आईसीयू सुनिश्चित करने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं।
पिछले एक वर्ष के दौरान, सरकारी अस्पताल में बुनियादी ढांचे के विकास को प्राथमिकता दी गई जिसके परिणामस्वरूप बिस्तरों में 12 प्रतिशत वृद्धि हुई है और 29667 बिस्तरों के साथ ऑक्सीजन युक्त बिस्तरों की संख्या में कई गुना वृद्धि हुई है।
निजी अस्पतालों में 50 प्रतिशत बेड आरक्षित करने का आदेश कोविड-19 के मरीजों के लिए निजी अस्पतालों में 50 प्रतिशत बेड आरक्षित करने का आदेश जारी किया गया है और रेमडेसिविर की कोई कमी नहीं है।
कर्नाटक विधान परिषद के सभापति बसवराज होरट्टी ने कहा कि सरकार को एसएसएलसी और पीयूसी परीक्षा आयोजित करनी चाहिए। विधानसभा अध्यक्ष विश्वेश्वर हेगड़े कागेरी ने कहा कि निर्वाचित प्रतिनिधियों और नागरिकों को जिम्मेदारी से व्यवहार करना चाहिए। उन्होंने कोरोना नियंत्रण के लिए कोरोना गाइड लाइन्स का पालन करने का सुझाव दिया।
बैठक में विपक्ष के नेता सिद्धरामैया और एस.आर. पाटिल, केपीसीसी अध्यक्ष डी.के. शिवकुमार, पूर्व मुख्यमंत्री एच.डी. कुमारस्वामी, जेडीएस के प्रदेश अध्यक्ष एच.के. कुमारस्वामी, एच.डी. रेवन्ना, राज्य भाजपा अध्यक्ष नलिन कुमार कटील ने कोरोना प्रबंधन पर विचार व्यक्त किए।
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. के. सुधाकर ने कोविड प्रबंधन के लिए राज्य में उठाए गए कदमों के बारे में एक प्रस्तुति दी। बैठक में राज्य के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। बैठक में दिए सुझाव