एचएएल कर्मचारी अगर हड़ताल पर जाते हैं तो इसका सीधा असर देश में वायुसेना और नौसेना के लिए एचएएल द्वारा निर्मित किए जा रहे लड़ाकू विमानों के उत्पादन पर पड़ सकता है। सबसे पहले, एचएएल श्रमिक संघ ने 2017 की शुरुआत में प्रदर्शन किया था। तब एचएएल प्रबंधन ने वेतन वृद्धि की आवधिकता को 5 वर्ष से बढ़ाकर 10 वर्ष तक संशोधित किया था। हालांकि, बाद में प्रबंधन ने परिवर्तित नियमों के तहत एक अच्छा वेतन संशोधन प्रदान करने का आश्वासन दिया था जिसके बाद श्रमिक संघों ने 10 साल की आवधिकता को स्वीकार किया।
हालांकि अब यूनियन का कहना है कि छह बैठकों के बाद श्रमिकों के सकल वेतन में 8 प्रतिशत बढ़ोतरी की पेशकश की गई जबकि अधिकारियों के सकल वेतन में 35 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई है। इससे श्रमिक संघ नाखुश हैं और न्यायोचित वेतन वृद्धि की मांग पर अड़े हैं। श्रमिक संघों का कहना है कि अगर एचएएल प्रबंधन श्रमिकों को बेहतर वेतन वृद्धि का लाभ प्रदान नहीं कर सकता है तो हमारी मांग है कि अधिकारियों के मिल रहे अधिक लाभ को भी वापस लिया जाए।