बताया जाता है कि उसे लग रहा था कि वो कोरोना वायरस की चपेट में आ चुका है। हालांकि उसे कोई बुखार या कोरोना वायरस का संक्रमण नहीं था। भय में आकर उसने फांसी लगा ली। बताया जाता है कि वह उडुपी के ब्रह्मवार से था और राज्य पथ परिवहन निगम के साथ काम कर रहा था।
उसके शव को मणिपाल केएमसी में शिफ्ट किया गया है। मृतक के परिवार वालों का कहना है कि वे डिप्रेशन में थे, उन्हें कोई बुखार नहीं था और ना कोरोना के कोई लक्षण थे।
बता दें कि देश में कोरोना वायरस के खतरे से निपटने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोशल डिस्टेंसिंग की अपील का कर्नाटक में असर दिखाई दे रहा है। गुरुवार को राजाजीनगर में लोग इसका सख्ती से पालन करते दिखाई दिए। यहां सब्जी की दुकान के बाहर एकत्रित हुए लोगों ने दुकान के बाहर बनाए गए सर्कल के अंदर खड़े होकर उचित दूरी बनाई।