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बैंगलोर

लोकसभा में होता तो पीएम को ‘ट्यूबलाइट’ टिप्पणी पर नहीं छोड़ता

पीएम मोदी की टिप्पणी पर बोले मल्लिकार्जुन खरगे

बैंगलोरFeb 08, 2020 / 10:21 pm

Rajeev Mishra

लोकसभा में होता तो पीएम को 'ट्यूबलाइट' टिप्पणी पर नहीं छोड़ता

लोकसभा में होता तो पीएम को ‘ट्यूबलाइट’ टिप्पणी पर नहीं छोड़ता

बेंगलूरु.
लोकसभा में राहुल गांधी को ‘ट्यूबलाइट’ कहने पर पर राज्य के दो वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना की और अपने नेता का बचाव किया।
यहां शनिवार को अपने आवास पर संवाददाताओं से बातचीत करते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री एम.मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि पीएम मोदी का यह व्यवहार प्रधानमंत्री पद की गरिमा के अनुकूल नहीं है। प्रधानमंत्री को अपने पद की गरिमा का ख्याल रखना चाहिए लेकिन वे ऐसा नहीं करते। खरगे ने कहा कि जब ट्यूबलाइट जलता है तो चारों तरफ प्रकाश फैल जाता है और यह अपने चारों ओर पर्याप्त उजाला कर देता है। लेकिन, जीरो बल्ब से ऐसा नहीं होता। उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी में व्यक्तिगत हमले करने की बुरी आदत है। वे दूसरी बार प्रधानमंत्री बने हैं। इस तरह की टिप्पणियां कर उन्हें प्रधानमंत्री पद की मर्यादा नहीं गिरानी चाहिए। विपक्ष का कर्तव्य है कि वह सरकार की विफलताओं को सामने लाए। उन्हें इसे स्वीकार करना चाहिए। लेकिन, दुर्भाग्यवश वे अपनी आलोचना को स्वीकार नहीं कर पाते।
खरगे ने कहा कि अगर वे लोकसभा में होते तो पीएम मोदी की टिप्पणी पर तुरंत प्रतिक्रिया देते। उन्हें जनता से किए अपने वादे के बारे में बात करनी चाहिए। किसानों की आय दोगुना करने, रोजगार सृजित करने जैसे पिछले छह साल में वादों की झड़ी लगा दी जिसे वे गिन भी नहीं सकते। उन्हें अपने राजनीतिक विरोधियों पर व्यक्तिगत हमले करने की बजाय उन मुद्दों पर बात करनी चाहिए थी।
डीके ने पीएम मोदी को कहा ‘फ्लडलाइट’
उधर, पूर्व मंत्री डीके शिवकुमार ने कहा कि ‘अगर प्रधानमंत्री खुद को फ्लडलाइट समझते हैं तो उन्हें कोई समस्या नहीं है। लेकिन, पहले उन्हें देश के उन युवाओं के साथ किए गए वादों पर थोड़ी प्रकाश डालनी चाहिए जिन्हें रोजगार देने का वादा था। किसानों के साथ किए गए वादे पर थोड़ी प्रकाश पडऩी चाहिए। देश की अर्थव्यवस्था रसातल में जा रही है और वे राजनीतिक विरोधियों पर निशाना साधने में व्यस्त हैं। पहले उन्हें देश की अर्थव्यवस्था सही रास्ते पर लानी चाहिए।

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