पवित्र जीवन मूल्यवान होता है- साध्वी भव्यगुणाश्री
पवित्र जीवन मूल्यवान होता है- साध्वी भव्यगुणाश्री
बेंगलूरु.त्यागराजनगर में विराजित साध्वी भव्यगुणाश्री व साध्वी शीतलगुणाश्री ने कहा कि चंदन वृक्ष की संगति से सामान्य वृक्षों में सुगंध आने लगती है और दूध की संगति से पानी का भाव भी बढ़ जाता है। इसी प्रकार से जीवन में आपका समाज आपके जीवन को मूल्यवान अथवा निर्मूल्य बना देता है। पवित्र जीवन के लिए पवित्र विचार एवं पवित्र विचारों के लिए पवित्र परिवेश का होना भी अति आवश्यक है।
साध्वी भव्यगुणा ने कहा कि कभी किसी की परख नहीं करनी चाहिए, कोई बुरा नहीं होता, हर एक की कोई ना कोई कर्म करने की मजबूरी या वजह होती है। उन्होंने कहा कि धर्मात्मा वह नहीं जो धर्म की पूजा करता हो,वह नहीं जो धर्म की बातें करता हो, वह नहीं जो धर्म के मत मतांतरों में भेद करने की बात कर उलझाता हो, सच्चा धर्मात्मा वह है जो भगवान महावीर के कहे सिध्दांतों को आचरण में लाकर मन, वचन, काया की एकता स्वरूप जीवन में शुद्ध व्यवहार करें। साध्वी शीतलगुणाश्री ने कहा कि रिश्ते हमारे जीवन में बहुत अहमियत रखते हैं, रिश्ते एक स्तम्भ की तरह होते हैं जिस पर जिन्दगी की पूरी छत टिकी होती है। जिन्दगी की इस छत को बचाने के लिए स्तम्भ को मजबूत करना होगा। जितना ज्यादा स्तम्भ मजबूत होगा उतने ही रिश्ते मजबूत होंगे। इन रिश्तों में प्यार और खुशियां भरपूर होती हैं, और लम्बे समय तक चलती है। रिश्तों के इस स्तम्भ को मजबूत बनाना बड़ा ही मुश्किल है और अगर यह एक बार बन जाता है तो फिर इसको रोकना और तोडऩा बड़ा ही मुश्किल है। अगर कोई परेशानी आती भी है तो इस एकता के आगे फ़ैल हो जाती है, और एकता और रिश्ते इसे आसानी से संभाल लेते है।
रिश्ते को कैसे निभाएं
रिश्तों को मजबूत बनाने के टिप्स को जीवन में लाएं, आपका रिश्ता इतना मजबूत होगा जिसे तोड़ पाना नामुमकिन है। गलतियों को स्वीकार करना सीखें, किसी दूसरे लोगों के बहकावे में ना आएं। रिश्तों में विश्वास बनाएं।
एक दूसरे को नीचा ना दिखाएं। फायदा और नुकसान ना देखें। रोशन कुमार बाफना ने बताया कि साध्वी के दर्शनार्थ मुंबई, विजयवाड़ा, होसपेट आदि शहरों से भक्तों का आने का क्रम जारी है। रतनदेवी दांतेवाडिया, सुमित्रा बाई, किरण संघवी, अनिता दास्पा ने सेवा का लाभ लिया।
Home / Bangalore / पवित्र जीवन मूल्यवान होता है- साध्वी भव्यगुणाश्री