पॉजिटिव रिपोर्ट आने के दिन से अस्पताल में भर्ती असिंप्टोमेटिक मरीज अगर अगले 10 दिनों तक असिंप्टोमेटिक रहे, बुखार न हो, रेस्पीरेटरी रेट 24 से कम हो और रक्त में ऑक्सीजन लेवल 95 से ज्यादा हो तो मरीज को 10वें दिन डिस्चार्ज किया जा सकता है। डिस्चार्ज से पहले किसी प्रकार के कोरोना जांच की जरूरत नहीं पड़ेगी और डिस्चार्ज के बाद मरीज अगले सात दिनों तक होम आइसोलेशन में रहेगा। आइसोलेशन अवधि समाप्त होने के अगले सात दिनों के बाद मरीज के स्वास्थ्य की समीक्षा होगी।
माइल्ड और मॉडरेट लक्षण वाले मरीजों के मामले में तीन दिनों तक बुखार या अन्य लक्षण नहीं दिखे व लगातार चार दिनों तक ऑक्सीजन लेवल 95 प्रतिशत से ज्यादा रहे तो मरीजों को भर्ती होने के दिन से 10वें दिन डिस्चार्ज किया जा सकता है। इस मामले में भी कोरोना जांच के बिना ही मरीज को डिस्चार्ज किया जा सकता है।
कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद घर में क्वारंटाइन मरीज भी 10 दिनों में डिस्चार्ज के योग्य होंगे बशर्ते तीन दिनों तक तक बुखार नहीं रहे, ऑक्सीजन लेवल 95 फीसदी से ज्यादा हो और रेस्पीरेटरी रेट 24 से कम हो। बिना कोरोना जांच के मरीज डिस्चार्ज किए जा सकेंगे।
इन मामलों में निगेटिव रिपोर्ट जरूरी
कोरोना के गंभीर मरीजों सहित एचआइवी पीडि़त, प्रत्यारोपण और कैंसर मरीजों के डिस्चार्ज के मामले में भी यही नीति अपनाई जाएगी लेकिन डिस्चार्ज से पहले मरीज की कोरोना जांच होगी। रिपोर्ट निगेटिव आने पर ही मरीज को डिस्चार्ज किया जा सकेगा। रिपोर्ट पॉजिटिव आने की स्थिति में 72 घंटे बाद दोबारा जांच होगी।