इस योजना के नोडल अधिकारी मोहनकृष्णा के मुताबिक शहर के विभिन्न वार्डों में प्रति दिन लगभग तीन लाख लीटर दूध का वितरण किया जा रहा है।कच्ची बस्तियों में हर परिवार को एक लीटर दूध वितरित किया जा रहा है।इस योजना के लिए कर्नाटक दुग्ध उत्पादक महासंघ (केएमएफ) को 3 लाख 19 हजार लीटर दूध की आपूर्ति करने का प्रस्ताव भेजा गया है।
रविवार को इस योजना के अंतर्गत बोम्मनहल्ली संकाय में 12 हजार, महादेव पुरा में 40 हजार 756, पूर्व संकाय में 66,500, दक्षिण संकाय में 35, 484, पश्चिम संकाय में 80,844, राजराजेश्वरीनगर संकाय में 4,735, दासरहल्ली में 8000, तथा यलहंका संकाय में 31,500 लीटर कुल मिलाकर 3 लाख 19 हजार 419 लीटर दूध वितरित किया गया।
करगा महोत्सव अनुष्ठानों के लिए अनुमति सराहनीय पूर्व महापौर तथा विधान परिषद सदस्य पीआर रमेश ने शहर में ऐतिहासिक करगा महोत्सव की परंपरा अबाधित रखने के लिए राज्य सरकार की ओर से मिले सहयोग की सराहना की है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने औपचारिक रूप से केवल चयनित लोगों की उपस्थिति में शहर के धर्मराय स्वामी मंदिर में करगा महोत्सव के धार्मिक अनुष्ठानों के लिए अनुमति दी है।व्हन्नीकुल क्षत्रिय समुदाय के लिए यह महोत्सव काफी मायने रखता है। प्रति वर्ष चैत्र मास के पुर्णिमा के दिन इस महोत्सव के प्रमुख कार्यक्रम होते है। राज्य सरकार ने ऐसे अनुष्ठानों के लिए अनुमति दी है। इस फैसले के लिए समुदाय ने मुख्यमंत्री बीएस यडियूरप्पा तथा चिकपेट क्षेत्र के विधायक उदय गरुडाचार के प्रति आभार व्यक्त किया है।