शिवाजीनगर विधानसभा क्षेत्र से विधायक और पूर्व मंत्री रोशन बेग ने मीडिया से बात करते हुए कहा, मुस्लिम राम मंदिर के निर्माण के खिलाफ नहीं हैं। अगर मंदिर भारत में नहीं बनेगा तो क्या पाकिस्तान में बनेगा? उन्होंने कहा, राम मंदिर केवल भारत में ही बनना चाहिए लेकिन ये मामला कोर्ट के सामने है।
ऐसे में केन्द्र सरकार अब इस मामले पर अध्यादेश लाने की कोशिश कर रही है। उन्होने पूछा की भाजपा सरकार ने अध्यादेश लाने ये कदम पिछले साढ़े चार साल में क्यों नहीं उठाया? उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा हिंदू-मुस्लिम के बीच दरार पैदा करने के लिए इस मुद्दे को अब उठा रही है।
उन्होंने कहा कि अगले वर्ष होने वाले लोकसभ चुनाव को देखते हुए केन्द्र सरकार एक अध्यादेश लाना चाहती है। देश की जनता पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दाम, जीएसटी और नोटबंदी के कारण पहले ही केन्द्र सरकार से काफी नाराज है, इसलिए सरकार अब राम मंदिर का मुद्दा उठा रही है और हिंदू और मुस्लिम के बीच दरार पैदा करना चाहती है।
बेग के बयान पर मचे घमासान के बाद उन्होंने फिर कहा कि राजस्थान, छत्तीसगढ, मध्य प्रदेश आदि राज्यों में होने विधानसभा चुनाव तथा लोकसभा चुनाव-2019 के कारण भाजपा, आरएसएस और विहिप के नेताओं ने राम मंदिर के बारे में बात करना शुरू कर दिया है।
उनसे जब जब पूछा गया कि क्या कांग्रेस पार्टी को इस मुद्दे को हल करने के लिए निजी सदस्य बिल का समर्थन करना चाहिए, तो बेग ने कहा कि क्यों भाजपा विधेयक लाने की कोशिश कर रही थी जबकि मामला कोर्ट में है?
उन्होंने कहा कि इस पर कांग्रेस हाईकमान को निर्णय लेना है लेकिन मेरा कहना है कि भाजपा चार साल तक सो क्यों रही थी?