जांच से सच्चाई सामने आ जाएगी। उन्होंने कहा कि गौरी हत्याकांड की जांच कर रही एसआईटी के अधिकारियों को राहुल गांधी से पूछताछ करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हत्याकांड से संघ परिवार व भाजपा का कोई सरोकार नहीं है। यह एक निंदनीय व अमानुषिक घटना है और समग्र जांच से सच्चाई सामने आ जाएगी।
येड्डियूरप्पा ने कहा कि डीएसपी गणपति आत्महत्या प्रकरण में सुप्रीम कोर्ट द्वारा सीबीआई जांच के आदेश के मद्देनजर बेंगलूरु विकास मंत्री केजे जार्ज को तत्काल त्यागपत्र देना चाहिए।
उनके मंत्री पद पर रहते जांच होने में सत्ता का दुरुपयोग होगा लिहाजा उन्हें तीन माह के लिए पद से हटना चाहिए। निर्दोष साबित होने पर यदि उन्हें दोबारा मंत्री बनाया जाएगा तो भाजपा को कोई आपत्ति नहीं होगी। येड्डियूरप्पा ने कहा कि भाजपा 16 सितंबर को बेंगलूरु सहित राज्य के सभी जिला मुख्यालयों पर जार्ज के इस्तीफे की मांग को लेकर राज्यव्यापी विरोध प्रदर्शन करेगी।
हत्या में नक्सलियों का हाथ नहीं
बेंगलूरु. पूर्व नक्सली नेता नूर श्रीधर और सिरिमने नागराज ने कहा कि गौरी लंकेश की हत्या में नक्सलियों का कोई हाथ नहीं है। उन्होंने सोमवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि नक्सली नेता विक्रम गौड़ा द्वारा गौरी लंकेश की हत्या करने के आरोपों में कोई सच्चाई नहीं है। उन्होंने कहा कि नक्सलियों ने आज तक कहीं भी पत्रकारों की हत्या नहीं की है। किसी की हत्या की जाती हैै तो नक्सली अखबार में बयान देते है। केवल कुछ मामलों में अधिकारियों द्वारा उत्पीडऩ किए जाने के कारण उनकी हत्या कर दी गई। गौरी लंकेश के मामले में ऐसा कुछ नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि विक्रम गौड़ा अदिवासियों की समस्याओं को लेकर संघर्ष कर रहा है।
उसके खिलाफ ऐसे आरोप लगाना उचित नहीं। गौरी लंकेश की हत्या के पीछे संघ परिवार का हाथ है लेकिन केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने नक्सलियों के नाम पर जांच के निदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि सच्चाई यह है कि गौरी लंकेश साल २००४ से नक्सलियों के साथ काम कर रही थीं और नक्सली उनका काफी सम्मान करते थे। कई नक्सलियों ने तो गौरी के कहने पर हथियार डालकर आत्म समर्पण तक किया। गौरी लंकेश के नक्सलियों के साथ संबंध होने का अर्थ यह नहीं है कि नक्सलियों ने ही उनकी हत्या की थी।