इन चर्चाओं के बीच यह बात सामने आई है कि भास्कर शेट्टी ने हत्या से दो सप्ताह पहले ही 15 जुलाई 2016 को वकील शांताराम शेट्टी से अपन वसीयत तैयार करवा ली थी। सीआईडी पुलिस ने इस वसीयत को भी एक सबूत के तौर पर पेश किया था। राजेश्वरी ने भी पति की संपत्ति उसके नाम करने के लिए न्यायालय में याचिका दाखिल की है।
भास्कर शेट्टी ने वसीयत में कहा है कि उसकी पत्नी के एक युवक के साथ अनैतिक संबंध हैं। इस पर बात होने के कारण पत्नी और पुत्र ने उसकी पिटाई की थी। उसकी हत्या की भी योजना बनाई। पत्नी अपने प्रेमी और पुत्र के साथ उसकी संपत्ति पर कब्जा करने का प्रयास कर रही है। उसकी सभी संपत्तियां, उनसे आना वाला किराया, बैंक खाते में जमा राशि पर उसकी उसकी मां गुलाबी शेट्टी का अधिकार है। अगर उससे पहले मां की मौत हो गई तो संपत्ति में तीन हिस्से कर उसकेभाइयों को देने का अनुरोध किया है।