उन्होंने कहा कि दक्षिण कन्नड़, उडुपी, चरमराजनगर के लिए दिशा-निर्देशों पर अभी चर्चा नहीं हुई है। संक्रमण फैलने से रोकने के लिए सीमावर्ती जिलों में प्रवेश करने वाले लोगों की निगरानी की जानी चाहिए। शिक्षा, उपचार, आजीविका और विभिन्न अन्य गतिविधियों के लिए बड़ी संख्या में लोग प्रतिदिन केरल से दक्षिण कन्नड़, उडुपी के सीमावर्ती जिलों की यात्रा करते हैं।
ट्रेन और फ्लाइट से केरल से कर्नाटक आने वाले यात्रियों के लिए भी अनिवार्य संस्थागत क्वारंटाइन के दिशा-निर्देश जारी करेंगे।
केजीएफ के एक कॉलेज में 32 छात्र कोविड पॉजिटिव निकले हैं। सभी केरल से लौटे हैं। वे खुद कॉलेज का दौरा कर कॉलेज प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई करेंगे।
मंत्री ने कहा कि बच्चों की सुरक्षा और उनके भविष्य को सुरक्षित करने की दोहरी जिम्मेदारी सरकार की है। स्कूलों को कोविड दिशा-निर्देशों का पालन करना चाहिए। कोविड सकारात्मकता दर दो फीसदी से ज्यादा होने पर संबंधित स्कूल को बंद कर दिया जाएगा। प्रबंधन के खिलाफ भी अनुशासनात्मक कार्रवाई होगी।
उन्होंने कहा कि सरकार सार्वजनिक समारोह प्रतिबंधित नहीं करना चाहती लेकिन लोगों की सुरक्षा पर विचार करने की आवश्यकता है। कोविड तकनीकी सलाहकार समिति के सुझावों के आधार पर उचित समय पर प्रतिबंध हटेंगे। हालांकि सभी पहलुओं पर विचार करते हुए मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ही अंतिम निर्णय लेंगे।