उन्होंने शुक्रवार को बताया कि वे सभी पुलिस थानों को परिपत्र जारी कर सात मिनट में मौके पर पहुंचने को कहा गया है। चीता बाइक और होयसला वाहनों मे सायरन लगे हैं इसलिए उनका इस्तेमाल किया जाए। उन्होंने कहा कि नागरिकों से गश्ती पुलिस के खिलाफ कई शिकायतें मिली हैं। गश्ती पुलिस कर्मचारी पुलिस थानों में या गश्त वाहनों को सड़क किनारे पार्किंग कर अंदर सोते रहते हैं। कई पुलिस कर्मचारी घटना स्थल या जगह उनके पुलिस थाने के अंतर्गत नहीं आने की बात बोल कर अपनी जिम्मेदारियों से मुॅंह मोडऩा चाहते हैं। अब इस तरह के बहाने नहीं चलेंगे। गश्ती पुलिस के लिए कोई सीमा नहीं होगी।
उन्होंने कहा कि वे किसी भी समय पुलिस थानों का औचक दौरा करेंगे। कोई कर्मचारी आराम करते मिला तो उसे वहीं निलंबित किया जाएगा। गश्ती पुलिस के वाहन अक्सर बार एन्ड रेस्टोरेन्टों, क्लबों और अन्य जगहों पर अधिक दिखाई देते हैं। अब वहां वाहनों को देखा गया तो संबंधित वाहन चालक और अन्य पुलिस कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई होगी।