प्रदेश स्वास्थ्य विभाग की ओर से शुक्रवार को जारी एक बयान के अनुसार मुख्य सचिव की अगुवाई में स्वास्थ्य आयुक्त, स्वास्थ्य विभाग के अपर प्रधान सचिव, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के निदेशक व विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रतिनिधियों के साथ टीकाकरण और इसकी तैयारियों पर 13 अक्टूबर को पहली बैठक हो चुकी है। कोविड वैक्सीन उपलब्ध होने पर सार्वभौमिक टीकाकरण अभियान के तहत अन्य का टीकाकरण होगा। जिला स्तर पर इसकी तैयारी शुरू हो चुकी है।
आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, आशा कार्यकर्ता, नर्सिंग कर्मचारी, चिकित्सा अधिकारी, आयुष चिकित्सक, पैरामेडिकल कर्मचारी, वैज्ञानिक, पैरामेडिकल व नर्सिंग विद्यार्थी सहित अस्पताल, क्लिनिक या लैब में कार्यरत अन्य कर्मचारियों की सूची तैयार की जा रही है।
भारतीय चिकित्सा संघ, निजी अस्पताल संघ और इंडियन एकैडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स को भी जरूरी दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।
कर्नाटक निजी चिकित्सा प्रतिष्ठान अधिनियम के तहत पंजीकृत सभी अस्पताल प्रमुखों को ऑनलाइन पोर्टल या एसएमएस के माध्यम से डेटा संग्रहण में सहयोग करने के लिए कहा गया है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, कैंसर अस्पताल, टीबी अस्पताल, प्रसूति अस्पताल, मेडिकल कॉलेज और नर्सिंग होम्स आदि के कर्मचारियों को भी टीकाकरण के पहले चरण में शामिल किया जाएगा।
विश्व स्वास्थ्य संगठन, यूनिसेफ (संयुक्त राष्ट्र बाल कोष) और संयुक्त राष्ट्र विकास योजना के विशेषज्ञ तकनीकी सहायता प्रदान करेंगे।