इस बीच बुधवार को वरिष्ठ नेता एवं सात बार के सांसद केएच मुनियप्पा ने बयान दिया कि वे प्रदेश अध्यक्ष का पद संभालने के लिए तैयार हैं। मुनियप्पा और उनके समर्थक दोनों इस्तीफे तुरंत स्वीकार किए जाने और नए नेतृत्व की नियुक्ति की मांग पर अड़े हैं। सूत्रों के मुताबिक मुनियप्पा ने इस मुद्दे पर एक बैठक भी की थी जिसमें राज्य सभा सदस्य बीके हरिप्रसाद, नासिर हुसैन, जीसी चंद्रशेखर और लोकसभा सदस्य डीके सुरेश शामिल हुए। नेताओं ने बैठक के बाद यह फैसला किया कि वे सोनिया गांधी से मिलेंगे और पार्टी को फिर से खड़ा करने के लिए नेतृत्व परिवर्तन की मांग करेंगे। ये नेता प्रदेश कांग्रेस प्रभारी केसी वेणुगोपाल को भी बदलना चाहते हैं। उधर, सिद्धरामय्या समर्थक चाहते हैं कि वे पद पर बने रहें और इसके लिए भी सोनिया गांधी पर दबाव बनाने की कोशिश हो रही है।