वैक्सीन बनाने वाली कंपनियों को जिम्मेदार ठहराते हुए उन्होंने कहा ‘हमने आर्डर दे दिया है। हम चाहते हैं कि कंपनियां एक शेड्यूल दें ताकि उसी के अनुरूप हम अपनी योजनाएं बना सकें। चार महीने में हमें एक करोड़ खुराकें मिलीं। कुल मिलाकर हमें टीके की 6.5 करोड़ खुराकें चाहिए। अब यह उनके उत्पादन, उत्पादन क्षमता और आपूर्ति पर निर्भर है।’
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने दो करोड़ वैक्सीन के लिए वैश्विक निविदा जारी करने की योजना बनाई है। योजना तैयार है और दो करोड़ वैक्सीन का आयात किया जाएगा। अगर और अधिक टीके की स्वीकृति मिलती है तो और अधिक आपूर्तिकर्ता होंगे। आने वाले दिनों में आपूर्ति शुरू हो जाएगी।
उधर, गृह मंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा कि कर्नाटक उच्च न्यायालय और केंद्र सरकार के निर्देशों के मुताबिक टीकाकरण में उन लोगों को प्राथमिकता दी जाएगी जो दूसरी खुराक का इंतजार कर रहे हैं। हर किसी को निश्चित तौर पर टीका मिलेगा लेकिन, अलग-अलग तारीखों पर।