अखिल भारतीय प्राथमिक शिक्षक संघ ने भी प्राथमिक व माध्यमिक शिक्षा मंत्री एस. सुरेश कुमार को पत्र लिख कर स्थिति सामान्य होने तक आदेश वापस लेने की मांग की है। सभी शिक्षकों को कोरोना वैक्सीन की दोनों खुराक लगने के बाद ही स्कूल शुरू करने की अपील की है। कई स्कूलों में मरम्मत कार्य की जरूरत है। केंद्र सरकार ने छुट्टी की अवधि एक सप्ताह के लिए बढ़ाई है। शिक्षकों के लिए दस्ताने, मास्क और सैनिटाइजर आदि की व्यवस्था सरकार की जिम्मेदारी है। सरकार अगर इनकी व्यवस्था नहीं कर सकती है तो फंड जारी करे।
कई शिक्षकों का कहना है कि वे घर से ही बच्चों को पढ़ा सकते हैं। परिजन तरह-तरह के सदमे से गुजर रहे हैं। कईयों के परिवार में कोविड के मरीज हैं।
उल्लेखनीय है कि ऑफलाइन शिक्षा के अभाव में शिक्षण गतिविधियां प्रभावित नहीं हों इसके लिए राज्य सरकार ने एक रोडमैप तैयार किया है। जिन मामलों में बच्चों के पास स्मार्ट फोन या टेलीविजन आदि नहीं हैं, शिक्षकों को अभिभावकों से बात कर समाधान निकालने की अपील की है। शिक्षकों को ऐसे पड़ोसियों को चिन्हित करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है जिनके पास स्मार्ट फोन और टेलीविजन है और जो बच्चों की मदद कर सकें। शिक्षकों के अनुसार यह कार्य सोचने जीतना आसान नहीं है।