बेंगलूरु शहर में 15,199 नए मरीजों के मिलने से कुल संक्रमितों की तादाद 16,81,674 पहुंची है। हालांकि इनमें से 15,04,941 लोग संक्रमण से उबर चुके हैं। 1,60,178 एक्टिव मामले हैं। कोविड से कुल 16,554 मरीजों की मौत हुई है। स्वास्थ्य विभाग ने आठ मौतों की पुष्टि शुक्रवार को की। शहर में रिकवरी दर 89.49 फीसदी है।
चार जिलों में ही हजार से ज्यादा नए मामले
मैसूरु जिले में 1877, धारवाड़ जिले में 1500, तुमकूरु जिले में 1315, हासन जिले में 1037, मंड्या जिले में 963, उडुपी जिले में 818, उत्तर कन्नड़ जिले में 760, बेलगावी जिले में 725 और बल्लारी जिले में 709 नए मामले सामने आए हैं। स्वास्थ्य विभाग ने प्रदेश में गत 24 घंटे में 42,425 रैपिड एंटीजन और 1,06,749 आरटी-पीसीआर जांच सहित कुल 1,49,174 नए नमूने जांचे। 1,97,361 लोगों का टीकाकरण हुआ।
जनवरी में ओमिक्रॉन रहा हावी
कोरोना की तीसरी लहर के दौरान कोरोना का ओमिक्रॉन वैरिएंट अन्य वैरिएंट पर हावी रहा। प्रदेश स्वास्थ्य विभाग ने अभी तक कुल 5,996 कोविड नमूनों की जीनोम सीक्वेंसिंग की है। इनमें से 1,555 नमूनों की सीक्वेंसिंग जनवरी में हुई। आंकड़ों के अनुसार जनवरी में 67.5 फीसदी नमूनों में ओमिक्रॉन की पुष्टि हुई जबकि 26 फीसदी मामलों में डेल्टा व इसके उप-वंश कारक रहे।
कोरोना के दस्तक देने के बाद से गत वर्ष 31 दिसंबर तक 4,441 नमूनों की जीनोम सीक्वेंसिंग हुई। इस दौरान 90.7 फीसदी मामलों के लिए डेल्टा व इसके उप-वंश को जिम्मेदार पाया गया। ओमिक्रॉन की उपस्थिति केवल 1.5 फीसदी मामलों में साबित हुई। दो दिसंबर को सबसे पहले राज्य में ही ओमिक्रॉन के प्रथम दो मामलों की पुष्टि हुई थी। स्वास्थ्य विभाग ने अभी तक कुल 5,996 नमूनों की सीक्वेंसिंग की है। इनमें से 4,431 (73.9 फीसदी) नमूनों में डेल्टा व इसके उप-वंश जबकि 1,115 (18.6 फीसदी) नमूनों में ऑमिक्रॉन वैरिएंट की पुष्टि हुई है।