शुक्रवार शाम पांच बजे से शनिवार शाम पांच तक 36 नए मामलों की पुष्टि हुई। प्रदेश में मरीजों का आंकड़ा 1092 पहुंच गया है। इनमें से 496 मरीज ठीक हो चुके हैं। कुल 37 मरीजों को बचाया नहीं जा सका है। 559 मरीज उपचाराधीन हैं। 13 मरीज आइसीयू में भर्ती हैं। 36 में से 12 मरीज दुबई, मुंबई और अहमदाबाद से लौटे हैं। एक मरीज कोलार जिले से बेंगलूरु आया था।
बेंगलूरु शहरी के 14 मरीज एक ही से संक्रमित
बेंगलूरु शहरी में सबसे ज्यादा 14 मरीज मिले हैं। सभी मरीज एक ही पुराने मरीज (पी-653) के सेकंडरी कॉन्टैक्ट हैं। शुक्रवार को भी बेंगलूरु में 13 मरीजों की पुष्टि हुई थी। इनमें से 11 मरीज (पी-653) के ही सेकंडरी कॉन्टैक्ट थे। बेंगलूरु शहरी में अब तक 216 मरीजों की पुष्टि हो चुकी है। इनमें से 115 मरीज ठीक हो चुके हैं। 93 एक्टिव मरीजों का उपचार जारी है। कुल सात मरीजों की मौत हुई है। शनिवार को प्रदेश के कुल 16 मरीजों को अस्पताल से छुट्टी मिली। इनमें से 14 मरीज बेंगलूरु शहरी से हैं।
हासन और मंड्या में पांच पॉजिटिव
हासन जिले में चार मरीज मिले हैं। 63 वर्षीय पुरुष और 21 वर्षीय युवती मुंबई से लौटी थी। मुंबई से ही लौटा एक अन्य 50 वर्षीय पुरुष और 18 वर्षीय युवक कोरोना संक्रमित निकला। मंड्या में 40 वर्षीय पुरुष संक्रमित हुआ। यह मरीज कोलार जिले से बेंगलूरु पहुंचा था। मुंबई से धारवाड़ लौटा 34 वर्षीय पुरुष संक्रमित हुआ है। बल्लारी में भी 46 वर्षीय पुरुष अहमदाबाद से लौटने के बाद जांच में कोरोना संक्रमित पाया गया। दावणगेरे जिले में 65 वर्षीय महिला संक्रमित हुई है। यह महिला पुराने मरीज (पी-533) की सेकेंडरी कॉन्टैक्ट है। एक और बागलकोट जिले से है। 33 वर्षीय यह मरीज भी मुंबई से लौटा था।
तीसरा सर्वाधिक प्रभावित जिला
कुलबुर्गी में आठ नए मरीजों की पुष्टि हुई। छह मरीज पुराने मरीज (पी-848) से संक्रमित हुए हैं। इनमें 10, 14 और 15 वर्ष की तीन बच्चियां हैं। 30 वर्षीय युवती मुंबई से लौटी थी जबकि पुराने मरीज (पी-927) के कारण एक 50 वर्षीय महिला भी चपेट में आ गई। इन नए मामलों के प्रकाश में आने से कलबुर्गी प्रदेश का तीसरा सबसे ज्यादा प्रभावित जिला हो गया है। यहां मिले 94 मरीजों में से 47 मरीजों ने कोरोना को मात दी है। 40 मरीज उपचाराधीन है। सात मरीजों को बचाया नहीं जा सका है।
चार वर्ष की दो संक्रमित
चार वर्ष की एक बच्ची सहित शिवमोग्गा जिले में तीन लोग कोरोना पॉजिटिव मिले। तीनों मुंबई की यात्रा से अपने घर लौटे थे। विजयपुर जिले में भी एक चार वर्ष की बच्ची के संक्रमित होने का मामला प्रकाश में आया है। पुराने मरीज (पी-594) के कारण यह बच्ची संक्रमित हो गई।