शुक्रवार को प्रारंभिक बैठक के बाद उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. सी. एन. अश्वथनारायण ने इसकी घोषणा की। उन्होंने कहा कि सुपर-30 का उद्देश्य हर जिले में गुणवत्तापूर्ण शिक्षण प्रदान करने और उद्योग की आवश्यकताओं को पूरा करने पर ध्यान केंद्रित करना है। जहां कहीं भी सरकारी कॉलेज मौजूद है, उस पर प्राथमिकता के आधार पर विचार किया जाएगा और बिना सरकारी कॉलेज वाले जिलों में निजी इंजीनियरिंग कॉलेजों का चयन किया जाएगा। गुणवत्ता के लिए जाने जाने वाले कॉलेजों को इसमें शामिल नहीं किया जाएगा।
जिन कॉलेजों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षण की कमी है, उन्हें ही मॉडल कॉलेज के रूप में विकसित किया जाएगा। संकाय प्रशिक्षण, उद्योग सहयोग, प्रयोगशालाओं की स्थापना और विदेशी सहयोग पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। शुरुआत में प्रत्येक चयनित कॉलेज में एक विभाग को विकसित किया जाएगा। बाद में इसका विस्तार पूरे कॉलेज में किया जाएगा।