एक सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि चामुंडेश्वरी सीट पर कुमारस्वामी व येड्डियूरप्पा दोनों ही उन्हें हराने की बात कर रहे हैं। ऐसा लगता है कि दोनों एक हो गए हैं। 2006 के उपचुनाव में भी दोनों एकजुट होकर मुझे हराने पर तुले थे लेकिन मैं जीता था। इस बार दोनों नेता एकजुट हुए हैं पर जीत मेरी ही होगी। उन्होंने कहा कि देवेगौड़ा, कुमारस्वामी व येड्डियूरप्पा सदैव उनके खिलाफ टीका -टिप्पणी करते रहते हैं। मैं अकेला ही उनके निशाने पर रहता हूं।
चुनाव में अवैध हथकंडे अपनाने के बारे में देवेगौड़ा द्वारा मुख्य चुनाव आयुक्त से की गई शिकायत पर सिद्धरामय्या ने कहा कि देवेगौड़ा को चुनावी राजनीति का गहरा अनुभव है और उन्होंने पूर्व में जो कुछ किया, वह हम पर थोपने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अवैध चुनावी हथकंडों के बारे में वे जानते तक नहीं और इसके लिए उन्होंने अधिकारियों का न तो कभी इस्तेमाल किया है और ना ही करेंगे। राज्य में चुनाव आचार संहिता लागू है लिहाजा उन्होंने किसी भी अधिकारी को नहीं बुलाया है और मुख्य सचिव को छोड़ किसी अधिकारी को बुलाएंगे भी नहीं।
कन्नड़ अभिनेता सुदीप से मुकालात के बारे में सिद्धरामय्या ने कहा कि सुदीप 7 अप्रेल को कन्नड़ फिल्म उद्योग की क्रिकेट प्रतियोगिता का उद्घाटन करने के लिए आमंत्रित करने आए थे लेकिन उन्होंने सुदीप से चुनाव में कांग्रेस का प्रचार करने को नहीं कहा। सिद्धरामय्या ने कहा कि प्रदेश चुनाव समिति की बैठक में हमने उम्मीदवारों के नामों पर चर्चा की है। दिल्ली में स्क्रीनिंग कमेटी व केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक के बाद उम्मीदवारों की सूची जारी की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने विधानसभा चुनाव में दो सीटों से चुनाव लडऩे से इनकार करते हुए कहा कि वे चामुंडेश्वरी सीट से ही चुनाव लड़ेंगे। इसके लिए उन्होंने तीन दिनों तक क्षेत्र का सघन दौरा कर प्रचार किया है। हालांकि उत्तर कर्नाटक के नेताओं की तरफ से कोप्पल, बादामी, बिलगी व कोलार से चुनाव लडऩे के बारे में उन पर दबाव डाला जा रहा है लेकिन उन्होंने इस बारे में कोई निर्णय नहीं किया है।