३ सांसदों के इस्तीफे
15 वीं विधानसभा के लिए चुने गए बीएस येड्डियूरप्पा, बी. श्रीरामुलू तथा जनता दल (ध) के सीएस पुट्टराजु ने लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफे दे दिए। जहां येड्डियूरप्पा शिवमोग्गा जिले की शिकारीपुर सीट से चुनाव जीते हैं, वहीं के बल्लारी के सांसद रहे बी. श्रीरामुलु चित्रदुर्गा जिले की मोलकालमुरु सीट से व मंड्या के सांसद रहे सी.एस. पुट्टराजु मंड्या जिले की मेलुकोटे सीट से चुनाव जीते हैं।
मोदी-शाह ने राज्यपाल पर बनाया था दबाव : सिद्धू
पूरे घटनाक्रम पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरामय्या ने कहा कि यह एक ऐतिहासिक विजय है और यह कानून और लोकतंत्र के अस्तित्व को साबित करता है। उन्होंने कहा कि विश्वास मत तक न जाकर इस्तीफा देना का येड्डियूरप्पा का निर्णय इस कारण आया क्योंकि उनकी योजना सफल नहीं हुई। सिद्धरामय्या ने आरोप लगाया कि सदन में भाजपा का बहुमत साबित न कर पाना प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के चेहरे को भी उजागर करता है जिन्होंने भाजपा के पास पर्याप्त बहुत न होने के बाद भी राज्यपाल वजुभाई वाळा पर दबाव बनाया और येड्डियूरप्पा को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई गई। उन्होंने कहा, येड्डियूरप्पा ने मोदी और शाह का उपयोग कर संविधान के खिलाफ जाने के लिए राज्यपाल पर दबाव बनाया लेकिन आज जो सदन में हुआ उससे भाजपा को सबक मिला है।
उजागर हुई मोदी-शाह की गलत चालें
बेंगलूरु. इस बीच राज्य की राजनीति के हालिया घटनाक्रमों पर अपनी टिप्पणी करते हुए लोकसभा में कांग्रेस के नेता एम. मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि कर्नाटक विधानसभा में आज जो दिन भर घटनाक्रम चला उसनके एक बार फिर से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की नीतियों को उजागर किया है कि उन्होंने किस प्रकार से सत्ता हथियाने के लिए गलत चालें चलीं थी।