—– महिलाओं को व्यक्तित्व निखारने की कला बताई
बेंगलूरु. अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल के निर्देशन में तेरापंथ महिला मंडल बेंगलूरु की ओर से ‘स्वयं को निखारे, पाप को परवारेÓ कार्यशाला गुरुवार को गांधीनगर स्थित तेरापंथ सभा भवन में आयोजित की गई। अध्यक्षता महिला मंडल अध्यक्ष अनीता गांधी ने की।
बेंगलूरु. अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल के निर्देशन में तेरापंथ महिला मंडल बेंगलूरु की ओर से ‘स्वयं को निखारे, पाप को परवारेÓ कार्यशाला गुरुवार को गांधीनगर स्थित तेरापंथ सभा भवन में आयोजित की गई। अध्यक्षता महिला मंडल अध्यक्ष अनीता गांधी ने की।
मुख्य वक्ता अमित सुराणा ने बहुत ही सुंदर तरीके से बताया कैसे सहनशीलता, सकारात्मक सोच, मजबूत इरादे से एवं त्याग, तपस्या, स्वाध्याय एवं धर्म आराधना से हम अपना विकास कर सकते हैं और अपनी जड़ें मजबूत कर सकते हैं। मंत्री सीमा श्रीमाल ने धन्यवाद दिया। संयोजन पिंकी खाबिया ने किया। उपाध्यक्ष तारा सेठिया, कोषाध्यक्ष सुनीता मालू, प्रचार प्रसार मंत्री विनीता मरोठी सहित अन्य बहनें मौजूद थीं।
——- रैली में बताए सड़क सुरक्षा के नियम
मंड्या. किकेरी गांव में सरकारी पीयूसी कॉलेज के विद्यार्थियों को गुरुवार को सड़क सुरक्षा जागरूकता रैली निकाली। रैली में विद्यार्थियों ने हेलमेट पहनने, लाल सिग्नल होने पर रुकने, पीला सिग्नल होने पर वाहन को धीमी गति से चलाने सहित अन्य सड़क सुरक्षा नियम की तख्तियों को हाथों में थामकर लोगों को संदेश दिया। रैली में स्कूल के शिक्षक सिदराज, गोविन्द गौड़ा, मंजूनाथ सहित विद्यार्थियों ने भाग लिया।
मंड्या. किकेरी गांव में सरकारी पीयूसी कॉलेज के विद्यार्थियों को गुरुवार को सड़क सुरक्षा जागरूकता रैली निकाली। रैली में विद्यार्थियों ने हेलमेट पहनने, लाल सिग्नल होने पर रुकने, पीला सिग्नल होने पर वाहन को धीमी गति से चलाने सहित अन्य सड़क सुरक्षा नियम की तख्तियों को हाथों में थामकर लोगों को संदेश दिया। रैली में स्कूल के शिक्षक सिदराज, गोविन्द गौड़ा, मंजूनाथ सहित विद्यार्थियों ने भाग लिया।
— कर्मों के प्रति रहें सजग
मैसूरु. कुंथूनाथ जैन संघ इटकेगुड के तत्वावधान में जैनाचार्य विजय रत्नसेन सूरीश्वर ने कहा कि अनादिकाल से अपनी आत्मा कर्म के संबंध में है। प्रति समय आठों प्रकार के कर्म उदय में भी है। उन्होंने कहा कि प्रति समय कर्म के उदय से क्षीण होने वाले कर्म अल्प संख्या में हंै और कर्म का बंध अधिक संख्या में हो रहा है। इस कारण अपनी आत्मा पर कर्म का मैल अधिक है। आचार्य का 21 जुलाई को सुबह 8.30 बजे चर्च सर्कल से महावीर भवन की ओर चातुर्मास प्रवेश होगा।
मैसूरु. कुंथूनाथ जैन संघ इटकेगुड के तत्वावधान में जैनाचार्य विजय रत्नसेन सूरीश्वर ने कहा कि अनादिकाल से अपनी आत्मा कर्म के संबंध में है। प्रति समय आठों प्रकार के कर्म उदय में भी है। उन्होंने कहा कि प्रति समय कर्म के उदय से क्षीण होने वाले कर्म अल्प संख्या में हंै और कर्म का बंध अधिक संख्या में हो रहा है। इस कारण अपनी आत्मा पर कर्म का मैल अधिक है। आचार्य का 21 जुलाई को सुबह 8.30 बजे चर्च सर्कल से महावीर भवन की ओर चातुर्मास प्रवेश होगा।