तेजस के हवा में ईंधन भरने की यह प्रक्रिया ग्वालियर वायुसैनिक अड्डे पर सुबह 9.30 बजे पूरी की गई। इस महत्वपूर्ण परीक्षण के दौरान तेजस की कमान नेशनल फ्लाइट टेस्ट सेंटर (एनएफटीसी) के पायलट विंग कमांडर सिद्धार्थ सिंह ने संभाली। इस दौरान एचएएल और इस विमान का विकास करने वाली वैमानिकी विकास एजेंसी (एडीए) के वैज्ञानिक व अधिकारी ग्वालियर स्थित जमीनी स्टेशन से पूरी प्रक्रिया व मानदंडों पर बारीक नजर रख रहे थे। परीक्षण के दौरान विमान का प्रदर्शन सभी मानदंडों पर खरा रहा। मुख्य रूप से ईंधन, उड़ान नियंत्रण प्रणाली आदि का प्रदर्शन डिजाइन जरूरतों के अनरूप और एयर-टू-एयर रिफ्यूलिंग सिस्टम के जमीनी परीक्षणों के परिणामों के साथ मेल खाया।