सदन में प्रवेश करने से पहले प्रत्येक विधायक ने फेस मास्क पहना हुआ था। उनकी सीटों पर सैनिटाइजर की बोतलें रखी गई थीं।सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने के दिशानिर्देशों के मद्देनजर विधान सभा और विधान परिषद के सदस्यों के लिए बैठने की विशेष व्यवस्था की गई है।अब तक, लगभग 70 विधायक, एमएलसी और दर्जन भर से अधिक मंत्री कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं, जिसके कारण सचिवालय ने ये इंतजाम किए हैं।
सत्र के पहले दिन पहुंचे महज 60 विधायक बेंगलूरु. मानसून सत्र के पहले दिन विधानसभा में सोमवार सुबह जब कार्यवाही शुरू हुई तो सदन में तीन दलों के महज 60 विधायक उपस्थित थे। 70 साल से अधिक उम्रवाले विधायकों को सदन से दूर रहने को कहा गया है। विधायकों की संख्या काफी कम होने के कारण सदन में अधिकतर कुर्सियां खाली थीं। भाजपा के कई मंत्री तथा विधायक नदारद थे।
उपमुख्यमंत्री डॉ सीएन अश्वथनारायण, गृहमंत्री बसवराज बोम्मई, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री के गोपालय्या, शहरी विकास मंत्री बैरती बसवराज, पशुपालन मंत्री प्रभू चव्हाण, महिला एवं बाल विकास मंत्री शशिकला जोल्ले, मुख्यमंत्री के राजनीतिक सचिव एसआर विश्वनाथ कोरोना से संक्रमित होने की पुष्टि के कारण सत्र में भाग नहीं ले रहे हैं।अन्य दलों के कई विधायक भी कोरोनो से संक्रमित होने के कारण सत्र में भाग नहीं ले रहे हैं। विधानमंडल के इतिहास में पहली बार सत्र के दौरान सदन की कार्यवाही देखने के लिए आम जनता पर रोक लगाई है।