विधानसभा में जैसे ही अध्यक्ष कागेरी ने एक देश-एक चुनाव पर चर्चा शुरु की, कांग्रेस के सदस्य इसे संघ परिवार का एजेंडा बताते हुए विरोध करने लगे। कागेरी के संबोधन के बीच ही कांग्रेस के सदस्य अध्यक्ष के सामने पहुंच गए और नारे लगाने लगे। इसी दौरान शिवमोग्गा जिले के भद्रावती से विधायक बी के संगमेश ने अपनी कमीज उतार दी। इससे कांग्रेस के सदस्यों साथ ही सदन भी अचंभित रह गया।
क्या यह व्यवहार करने का तरीका है…क्या यह नुक्कड़ है?
कागेरी ने संगमेश के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी देते हुए कहा कि यह क्या है? क्या यह व्यवहार करने का तरीका है…क्या यह नुक्कड़ है? क्या सदन आपके लिए मजाक बनकर रह गया है? सदन में सही से रहें अन्यथा मुझे आपको बाहर करना पड़ेगा। कागेरी ने संगमेश से कहा कि आप जो कर रहे हैं वह भद्रावती की जनता का अपमान है जिसने आपको चुना है। यदि आप किसी चीज का विरोध करना चाहते हैं तो अपनी सीट से करें, आपका व्यवहार अपमानजनक और गैर जिम्मेदारना है। कागेरी के बार-बार आग्रह के बावजूद संगमेश ने कमीज नहीं पहनी। अध्यक्ष ने विपक्ष के नेता सिद्धरामय्या से कहा कि आप क्या कर रहे हैं…आपकी पार्टी ने लंबे समय तक शासन किया है… आपकी पार्टी के सदस्य जिस तरह का आचरण कर रहे हैं क्या यह व्यवहार करने का तरीका है। यह किसी के लिए सम्मान नहीं लाएगा। इस तरह की अनुशासनहीनता को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। बाद में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार सहित कुछ विधायक संगमेश के पास पहुंचे और उन्हें कमीज पहनवाई। बाद में अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही १५ मिनट के लिए स्थगित कर दी।
इस तरह के आचरण को बर्दाश्त नहीं कर सकते : विधानसभा अध्यक्ष
सदन की कार्यवाही दुबारा शुरु होने पर कागेरी ने कांग्रेस विधायक के खिलाफ कार्रवाई की प्रक्रिया शुरु करते हुए संगमेश का नाम लेकर कहा कि इस तरह के आचरण को बर्दाश्त नहीं कर सकते। इसके बाद कांग्रेस के सदस्यों के विरोध के बीच ही बोम्मई ने संगमेश को तत्काल प्रभाव से एक सप्ताह के लिए निलंबित करने का प्रस्ताव रखा जिसे ध्वनिमत से स्वीकार कर लिया गया। अब संगमेश १२ मार्च तक सदन की कार्यवाही में भाग नहीं ले सकेंगे। सिद्धरामय्या ने इसे एकतरफा निर्णय करार देते हुए कहा कि हम सभी को बाहर कर दीजिए। संगमेश ने बाद में सदन के बाहर पत्रकारों से बातचीत में कहा कि उन्हें न्याय पाने के लिए ऐसा करना पड़ा। वे अध्यक्ष का ध्यान अपने और परिवार के खिलाफ फर्जी मुकदमों की ओर आकृष्ट करना चाहते थे। संगमेश ने कहा कि उन्होंने अध्यक्ष को फर्जी मुकदमों से परेशान किए जाने को लेकर पत्र भी दिया था। लेकिन, कुछ नहीं हुआ। ऐसे में वे और क्या कर सकते थे। संगमेश ने दावा किया कि उनके खिलाफ मामले राजनीति से प्रेरित हैं।