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सोशल मीडिया पर कर्नाटक के बहुतेरे सांसद ‘अजनबी’

locationबैंगलोरPublished: Mar 16, 2019 06:39:48 pm

Submitted by:

Ram Naresh Gautam

28 में से सिर्फ 5 सांसदों के अकाउंट हैं एफबी एवं ट्विटर दोनों पर वेरीफाइड
कुछ के अकाउंट सिर्फ एक ही सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर हैं वेरीफाइड

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सोशल मीडिया पर राज्य के बहुतेरे सांसद ‘अजनबी’

राम नरेश गौतम

बेंगलूरु. संचार क्रांति के युग में नेताओं का जनसभाओं या घर-घर प्रचार करना ही काफी नहीं रह गया है। सोशल मीडिया में सशक्त मौजूदगी भी मतदाताओं को प्रभावित करती है। देश में प्रचलन के आधार पर फेसबुक (एफबी) और ट्विटर दो प्रमुख सोशल मीडिया प्लेटफार्म हैं। इनमें वेरीफाइड अकाउंट की अपनी अलग पहचान है।
राज्य के कुछ सांसदों के अकाउंट वेरीफाइड हैं, लेकिन बहुतेरे ‘अजनबी’ की तरह हैं। जबकि मानकों के अनुसार सांसदों के लिए वेरिफिकेशन कोई कठिन काम नहीं है। आइए जानते हैं कि राज्य के 28 में से कितने सांसदों के एफबी व ट्विटर पर वेरीफाइड अकाउंट हैं।
चिक्कोडी के प्रकाश बी हुक्केरी का दोनों ही प्लेटफार्म पर वेरीफाइड अकाउंट नहीं है।

बेलगाम (बेलगावी) के सुरेश अंगड़ी सोशल मीडिया पर भी सक्रिय तो हैं मगर किसी भी मंच पर वेरीफाइड खाताधारक नहीं है। बागलकोट के पीसी गद्दीगौड़ार किसी भी आभासी सोशल मंच पर सक्रिय नहीं हैं और ना ही उनका सत्यापित अकाउंट है।
बीजापुर (विजयपुर) के सांसद व केंद्रीय राज्य मंत्री रमेश जिगजिणगी फेसबुक पर वेरीफाइड अकाउंटधारी हैं, मगर ट्विटर पर वेरीफाइड नहीं हैं।

गुलबर्गा के मल्लिकार्जुन खरगे यथार्थ में तो खासे सक्रिय रहते हैं, हर मुद्दे पर अपनी राय रखते हैं। लेकिन एफबी, ट्विटर शायद उनको रास नहीं आता। ट्विटर पर बना अकाउंट वेरीफाइड नहीं हैं। हालांकि उनके 32 हजार से ज्यादा फॉलोवर्स भी हैं, परंतु अप्रेल 2016 में रामनवमी की शुभकामनाएं देने के बाद से कोई ट्वीट नहीं किए हैं।
रायचूर के बीवी नायक एवं बीदर के भगवंत खूबा ट्विटर, एफबी पर सक्रिय हैं, मगर खाते सत्यापित नहीं हैं। कोप्पल के करडी संगण्णा अमरप्पा का फेसबुक पर पेज है, परंतु वेरीफाइड नहीं। ट्विटर पर इनकी मौजूदगी नहीं के बराबर है।
बल्लारी के वीएस उग्रप्पा फेसबुक, ट्विटर पर सक्रिय हैं, मगर अकाउंट वेरीफाइड नहीं हैं। ऐसा ही हाल हावेरी के एससी उदासी का है।

धारवाड़ के प्रहलाद जोशी का फेसबुक पर वेरीफाइड पेज है, लेकिन ट्विटर पर 26 हजार से अधिक फॉलोवर्स के बावजूद यह अकाउंट वेरीफाइड नहीं है।
उत्तर कन्नड़ से सांसद व केंद्रीय राज्यमंत्री अनंतकुमार हेगड़े बोलने के मामले में यथार्थ और आभासी दुनिया दोनों में प्रख्यात हैं, फेसबुक पर उनका वेरीफाइड अकाउंट है, मगर ट्विटर अकाउंट वेरीफाइड नहीं है।

दावणगेरे के सांसद व पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री जीएम सिद्धेश्वर फेसबुक पर सत्यापित खाता रखते हैं, मगर ट्विटर ने अब तक वेरीफाइड नहीं किया है।
शिवमोग्गा के बीवाई राघवेंद्र ट्विटर, फेसबुक पर सक्रिय हैं, मगर इन मंचों पर अपने पिता बीएस येड्डियूरप्पा की तरह अकाउंट वेरीफाइड नहीं करा सके हैं।

उडुपी-चिकमगलूर की सांसद शोभा करंदलाजे सामान्य राजनीति की तरह सोशल मीडिया पर भी जाना-पहचाना चेहरा हैं और एफबी और ट्विटर पर वेरीफाइड अकाउंट हैं।
हासन के सांसद एवं पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेेगौड़ा का ट्विटर पर वेरीफाइड अकाउंट है, मगर ज्यादा सक्रिय फेसबुक पर रहते हैं, जहां उनका पेज वेरीफाइड होना शेष है।

दक्षिण कन्नड़ के नलिन कुमार कटील ट्विटर पर वेरीफाइड खाताधारी हैं, मगर फेसबुक पेज के पौने तीन लाख फॉलोवर्स के बावजूद इनका वेरीफिकेशन नहीं हुआ है।
चित्रदुर्गा के बीएन चंद्रप्पा ने इसी महीने ट्विटर पर खाता खोला है। फेसबुक पर भी हैं, लेकिन वेरीफाइड खाता कहीं नहीं है।

तुमकूरु के एसपी मुद्देहनुमेगौड़ा का फेसबुक पर पेज है, लेकिन वेरीफाइड नहीं है। ट्विटर पर सक्रिय नहीं हैं। मंड्या के एलआर शिवराम गौड़ा के ट्विटर, फेसबुक अकाउंट वेरीफाइड नहीं हैं।
मैसूरु के प्रताप सिम्हा स्वभाव अनुरूप ट्विटर, फेसबुक दोनों पर सक्रिय हैं और उनके खाते सत्यापित भी हैं। चामराजनगर के आर धु्रवनारायण राज्य के सांसदों में से श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वालों में शुमार हुए हैं, लेकिन सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर ज्यादा सक्रिय नहीं हैं।
बेंगलूरु ग्रामीण के डीके सुरेश फेसबुक और ट्विटर पर सक्रिय हैं, मगर भाई डीके शिवकुमार की तरह उनके खाते वेरीफाइड नहीं हैं।
बेंगलूरु उत्तर से सांसद व केंद्रीय मंत्री डीवी सदानंद गौड़ा एवं बेंगलूरु मध्य से सांसद पीसी मोहन के ट्विटर और एफबी दोनों में वेरीफाइड अकाउंट हैं।

चिकबल्लापुर के सांसद एवं वरिष्ठ नेता एम वीरप्पा मोइली ट्विटर एवं फेसबुक पर सक्रिय हैं, दोनों ही मंचों पर उनके अकाउंट वेरीफाइड हैं।
कोलार से लगातार सात बार सांसद निर्वाचित केएच मुनियप्पा सोशल मीडिया पर अधिक सक्रिय नहीं है और ना ही उनके अकाउंट वेरीफाइड हैं।
क्यों है जरूरी
अगर सांसद, विधायक सोशल मीडिया पर अपने अकाउंट खोले हैं तो सार्वजनिक शख्सियत एवं संवैधानिक पदों पर होने के नाते उनके अकाउंट वेरीफाइड हों यहं काफी हद तक जरूरी है। ऐसा नहीं होने की स्थिति में कोई भी व्यक्ति उनके नाम से अकाउंट बनाकर आपत्तिजनक अथवा भ्रांतिपूर्ण पोस्टिंग कर सकता है।

क्या हैं वेरिफिकेशन के मानक
ट्विटर एवं फेसबुक की सपोर्ट टीम के अनुसार अकाउंट वेरीफाइड किए जा सकते हैं जबकि संबंधित व्यक्ति अथवा संस्था मीडिया, राजनीति, व्यापार, ब्यूरोक्रेसी, खेल जगत, मनोरंजन जगत की प्रसिद्ध नाम हो। इसके अलावा किसी भी क्षेत्र में प्रसिद्धि रखने वाला/वाली अपना अकाउंट वेरीफाइड करवाने की योग्यता रखते हैं।

वेरीफाइड अकाउंट की पहचान
फेसबुक पेज : नाम के साथ नीले गोले के बीच सफेद रंग से सही का चिह्न।
ट्विटर : नाम के साथ नीले गोले (परिध में 8 उभार) के बीच सफेद रंग से सही का चिह्न
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