अस्पताल के प्रबंधन के मुताबिक यह महिला तीन दिन पहले इस अस्पताल में भर्ती हुई थी। प्रशासन के दिशा-निर्देशों के तहत इस अस्पताल में भर्ती सभी गर्भवती महिलाओं के गले का स्वाब परीक्षण किया जा रहा है। इस महिला का गले का स्वाब भी परीक्षण के लिए भेजा गया था। इस बीच इस महिला ने पुत्र को जन्म दिया।
उसके पश्चात अस्पताल पहुंची रिपोर्ट में यह महिला कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हो गई। उसके पश्चात इस महिला तथा बच्चे को प्राथमिक चिकित्सा के बाद जयलक्ष्मीपुरम में स्थित कोविड प्रसूति अस्पताल में शिफ्ट किया गया है। इस वार्ड में भर्ती 100 गर्भवती महिलाओं को देर रात को इसी अस्पताल के दूसरे ब्लॉक में शिफ्ट किया गया है। इस अस्पताल का लेबर वार्ड तथा जनरल वार्ड को सील किया गया है।
अस्पताल के परिसर को सैनिटाइज किया अस्पताल के परिसर को सैनिटाइज किया गया है। अस्पताल प्रबंधन के अनुसार चिकित्साकर्मियों ने व्यक्तिगत सुरक्षा के उपकरण (पीपीई) पहनकर इस महिला की प्रसूति कराई थी लिहाजा उनके संक्रमित होने की संभावना नहीं है।
जिला परिवार एवं स्वास्थ्य कल्याण विभाग के अनुसार अस्पताल में भर्ती 80 से 100 गर्भवती महिलाएं तथा नवजात बच्चे इसी अस्पताल में रहेंगे उनकी रिपोर्ट निगेटिव होने पर ही अस्पताल से छुट्टी दी जाएगी।
इस अस्पताल का लेबर वार्ड सील करने के कारण से अब नए केस जयनगर तथा नजराबाद में स्थित प्रसूति केंद्रों को रेफर किए जाएंगे। मैसूरु जिले में कोरोना वायरस से संक्रमित 5 महिलाओं की प्रसूति हुई है। दो अन्य महिलाओं की प्रसूति रविवार को संभव है।