केएसआरटीसी सूत्रों के अनुसार पिछले कुछ सप्ताह के दौरान डीजल की कीमत 70 रुपए प्रति लीटर के पार पहुंच जाने के कारण निगम का हर दिन का डीजल व्यय 70 लाख रुपए के पार पहुंच रहा है। हालंाकि केएसआरटीसी द्वारा थोक में डीजल खरीद की जाती है, जिससे दो रुपए प्रति लीटर की बचत होती है, बावजूद इसके डीजल की कीमतों में हुई अप्रत्याशित वृद्धि से केएसआरटीसी पर वित्तीय बोझ तेजी से बढ़ा है। वहीं वेतन संशोधन तथा महंगाई भत्ते में 26 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी के कारण निगम पर इस मद में सालाना करीब 100 करोड़ रुपए का अतिरिक्त व्यय का दबाव बढ़ गया है। इस प्रकार डीजल एवं वेतन संशोधन तथा महंगाई भत्ते के कारण बढ़े वित्तीय दबाव के कारण निगम पर सलाना करीब 370 करोड़ रुपए का अतिरिक्त वित्तीय व्यय का दबाव आएगा।
माना जा रहा है कि अगर इसी प्रकार से वित्तीय दबाव लगातार बढ़ता रहा तो आने वाले महीनों में केएसआरटीसी को भारी नुकसान झेलना पड़ सकता है। इसी कारण संभावित घाटे से बचने के लिए निगम अब आवश्यक तैयारियों को क्रियान्वित करने की योजना पर काम कर रहा है, जिसमें किरया वृद्धि भी शामिल है। हालांकि किराया वृद्धि पर अंतिम निर्णय के लिए राज्य मंत्रिमंडल गठन का इंतजार है। निगम सूत्रों के अनुसार मंत्रिमंडल गठन के बाद परिवहन मंत्रालय संभालने वाले मंत्री से निगम की माली हालत और भविष्य की स्थिति पर चर्चा की जाएगी और उसके बाद किराया वृद्धि पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा।
पिछले वर्ष हुआ था 177 करोड़ का घाटा
पिछले वित्त वर्ष के दौरान केएसआरटीसी को 177 करोड़ रुपए का नुकसान झेलना पड़ा था और मौजूदा समय में डीजल मूल्य वृद्धि सहित वेतन संशोधन एवं अन्य कारणों से इस बार घाटे का दायरा और ज्यादा बढऩे की संभावना है। साथ ही अगर किराया वृद्धि को मंजूरी मिली तो न सिर्फ केएसआरटीसी बल्कि उत्तर पश्चिम कर्नाटक परिवहन निगम और उत्तर पूर्व कर्नाटक परिवहन निगम के किरायों में भी वृद्धि होगी। इसके अतिरिक्त बेंगलूरु महानगर परिवहन निगम (बीएमटीसी) भी किराया वृद्धि का प्रस्ताव ला सकता है।
पिछले वित्त वर्ष के दौरान केएसआरटीसी को 177 करोड़ रुपए का नुकसान झेलना पड़ा था और मौजूदा समय में डीजल मूल्य वृद्धि सहित वेतन संशोधन एवं अन्य कारणों से इस बार घाटे का दायरा और ज्यादा बढऩे की संभावना है। साथ ही अगर किराया वृद्धि को मंजूरी मिली तो न सिर्फ केएसआरटीसी बल्कि उत्तर पश्चिम कर्नाटक परिवहन निगम और उत्तर पूर्व कर्नाटक परिवहन निगम के किरायों में भी वृद्धि होगी। इसके अतिरिक्त बेंगलूरु महानगर परिवहन निगम (बीएमटीसी) भी किराया वृद्धि का प्रस्ताव ला सकता है।