एनआइए की यह घोषणा कैफे में इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) विस्फोट को लेकर विभिन्न राज्यों में कई स्थानों की तलाशी के तीन दिन बाद आई, जिसमें 10 लोग घायल हो गए थे। एनआइए ने अब तक इस संबंध में देश भर में 29 स्थानों की तलाशी ली है।
जांच एजेंसी ने कहा, एनआइए की जांच से पता चला है कि पहले लश्कर-ए-तैयबा बेंगलूरु साजिश मामले में दोषी ठहराया गया मिर्जा जेल से रिहा होने के बाद इस नई साजिश में शामिल हो गया था। साल 2018 में उसने आरोपी अब्दुल मतीन ताहा से दोस्ती की और उसे एक ऑनलाइन हैंडलर से मिलवाया, जिसके विदेश में होने का संदेह था। मिर्जा ने हैंडलर और अब्दुल मतीन ताहा के बीच एन्क्रिप्टेड संचार के लिए एक ई-मेल आईडी भी प्रदान की थी।
एनआइए के अनुसार 12 अप्रेल को को ताहा को सह-अभियुक्त मुसाविर हुसैन शाजिब के साथ कोलकाता में उसके ठिकाने से गिरफ्तार किया गया था। एजेंसी ने कहा, विस्फोट के पीछे हैंडलर की भूमिका और बड़ी साजिश की आगे की जांच जारी है, जिसमें कई लोग घायल हो गए और संपत्ति को व्यापक नुकसान हुआ।