संसार में जीना है तो अजनबी बनकर जियो
बेंगलूरु. राजाजीनगर स्थानक में साध्वी संयमलता ने कहा कि यदि संसार में जीना है तो अजनबी बनकर जियो, यही जीवन जीने की सर्वोत्तम कला है। उन्होंने कहा कि दुनिया में अपनापन लेकर जीना, समस्त चिंताओं और दुखों का कारण है। साध्वी सौरभप्रज्ञा ने कहा कि परमात्मा से साक्षात्कार के लिए मन में प्यास जरूरी है। संगीता सुरेश छलाणी के सिद्धितप निमित्त संघ ने बहुमान किया। राजस्थान प्रांतीय अध्यक्ष नेमीचंद धाकड़, मुंबई मेवाड़ संघ के प्रमुख पदाधिकारी दिलीप नाबेड़ा, लक्ष्मीलाल वडालमिया आदि ने साध्वीवृंद के दर्शन लाभ लिया। मंत्री ज्ञानचंद लोढ़ा ने बताया कि मंगलवार को मासखमण तपोभिनंदन आयोजित होगा।
विकलांग जगदीश और योगेश ने दिखाया टैलेंट
300 से ज्यादा भामाशाहों का सम्मान
बेंगलूरु. नारायण सेवा संस्थान, उदयपुर की ओर से रविवार को यहां दिव्यांग टैलेंट शो, भामाशाह सम्मान समारोह आयोजित किया गया। समारोह में विकलांग जगदीश पटेल व योगेश दक्ष ने अपने टैलेंट का प्रदर्शन करते हुए दर्शकों को बताने का प्रयास किया कि विकलांगता शरीर में नहीं, लोगों के दिमाग में होती है। कोई भी व्यक्ति लक्ष्य तय कर ले तो विकलांगता कहीं उसके विकास और तरक्की में आड़े नहीं आती।