विधानसौधा में कमरा संख्या 106 में मतदान की व्यवस्था की गई थी। सुबह 8 बजे मतदान शुरु होते ही भाजपा के विधायकों ने कतारबद्ध होकर मतदान किया। इस चुनाव के लिए भाजपा ने अपने विधायकों को व्हिप जारी किया था। मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस व जद-एस ने सोमवार को हुए मतदान का बहिष्कार किया। दोनों पार्टियों के समर्थित उम्मीदवार अनिल कुमार के अंतिम क्षणों में मैदान से हटने के बाद कांग्रेस और जद-एस ने मतदान से दूर रहने का निर्णय किया था। कांग्रेस के सभी विधायकों ने मतदान नहीं किया लेकिन जद-एस के विधायक जीटी देवगौड़ा ने मतदान किया।
सवदी अभी विधानमंडल के किसी सदन के सदस्य नहीं थे। पिछले विधानसभा चुनाव में वे बेलगावी जिले के अथणी से चुनाव हार गए थे लेकिन उन्हें येडियूरप्पा सरकार में उपमुख्यमंत्री के तौर पर शामिल किया गया था। २० अगस्त २०१९ को मंत्री बने सवदी के लिए संवैधानिक प्रावधानों के मुताबिक १९ फरवरी को छह महीने पूरे होने से पहले किसी सदन का सदस्य चुना जाना आवश्यक था। विधान सभा से विधान परिषद की एक सीट के लिए हुए उपचुनाव में जीत के बाद सवदी के मंत्रिमंडल में बने रहने का रास्ता साफ हो गया है। कांग्रेस के रिजवान अरशद के पिछले साल दिसंबर में हुए विधानसभा उपचुनाव में चुने जाने के कारण यह सीट रिक्त हुई थी। अरशद के बचे हुए ४ वर्ष तीन माह के कार्यकाल तक लक्ष्मण सवदी विधान परिषद के सदस्य रहेंगे।