प्रशासन के आदेशों का पालन करना हमारा सामाजिक दायित्व
बैंगलोरPublished: Apr 12, 2020 10:31:00 pm
केंद्र तथा राज्य सरकार ने महामारी कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए हाल में कई आदेश जारी किए है। ऐसे में प्रशासन के आदेशों का पालन करना हमारा दायित्व है।जनता दल एस के राष्ट्रीय महासचिव मोहमद जफूल्ला खान ने यह अपील की है।
प्रशासन के आदेशों का पालन करना हमारा सामाजिक दायित्व
बेंगलूरु. पार्टी की ओर से जारी विज्ञप्ति में उन्होंने हाल में शहर के कुछ क्षेत्रों में स्वास्थ्य कर्मचारियों पर किए गए हमले का खंडन करते हुए कहा कि कोरोना वायरस से हर कोई पीडित हो सकता है। केंद्र तथा राज्य सरकार ने महामारी कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए हाल में कई आदेश जारी किए है। ऐसे में प्रशासन के आदेशों का पालन करना हमारा दायित्व है।जनता दल एस के राष्ट्रीय महासचिव मोहमद जफूल्ला खान ने यह अपील की है। पार्टी की ओर से जारी विज्ञप्ति में उन्होंने हाल में शहर के कुछ क्षेत्रों में स्वास्थ्य कर्मचारियों पर किए गए हमले का खंडन करते हुए कहा कि कोरोना वायरस से हर कोई पीडित हो सकता है।ऐसे में किसी भी व्यक्ति को इस बिमारी की जांच का विरोध नहीं करना चाहिए। ऐसा परिक्षण तथा इलाज भी प्रशासन की ओर से किया जा रहा है ऐसे में किसी को भी यह बिमारी छिपाने की आवश्यकता नहीं है। सामाजिक सुरक्षा का ध्यान रखते हुए इस घातक बिमारी की जानकारी छिपाकर रखना भी एक बड़ा अपराध है। हाल में दिल्ली के निजामुद्दिन क्षेत्र में जमात की ओर से आयोजित मरकज कार्यक्रम में भाग लेकर पहूंचे लोगों में इस बिमारी से संक्रमित होने की पुष्टी होने के कारण इस कार्यक्रम में भाग लेनेवालों की जानकारी प्रशासन को उपलब्ध करना हमारा दायित्व है।यह एक सामाजिक स्वास्थ्य के साथ जुड़ा हुआ मामला होने के कारण इस मामले में की गई लापरवाही हमें भारी पड़ सकती है। इस बिमारी से पीडि़त कई लोग चिकित्सा के पश्चात ठीक होकर घर लौट रहें है। ऐसे में इस बिमारी से डऱ कर बिमारी की जानकारी साझा नहीं करना जानलेवा साबित हो सकता है।इस्लाम धर्म के मुताबिक हम जिस मूल्क में रहते है उस मूल्क की हुकूमत के आदेश का पालन करना हमारा फर्ज है। लिहाजा प्रशासन के लॉकडाउन जैसे फैसले का हमे किसी भी हालत में उल्लंघन नहीं करना है।