कोविड के उपचार में शामिल निजी से लेकर सरकारी अस्पतालों के चिकित्सकों ने भी मरीजों के पैरों में दर्द होने की पुष्टि की है। तीसरी लहर के दस्तक देने के साथ ऐसे मरीजों की संख्या बढ़ी है। ज्यादातर पीडि़त युवा हैं।
होम आइसोलेशन दस्ते के सदस्यों के अनुसार भी कई मरीजों ने पैर के अंगूठे से घुटने तक तेज दर्द की शिकायत की है। चिकित्सकों के अनुसार पैरों में दर्द उनके लिए भी नया लक्षण है। फिलहाल ठोस कारणों का पता नहीं है। शारीरिक प्रतिरक्षा प्रणाली का कमजोर होना भी एक कारण हो सकता है।
वाणी विलास सरकारी अस्पताल में संक्रमण नियंत्रण अधिकारी व कोरोना की दोनों लहरों में कोविड उपचार का अहम हिस्सा रहीं डॉ. असीमा बी. ने बताया कि अस्पताल में भर्ती या होम आइसोलेशन के कोविड के मरीजों में गले में खुजली व पैरों में दर्द की शिकायत बढ़ी है। दो से तीन दिन में खुजली से राहत मिल रही है। लेकिन, पैरों का दर्द जाने में ज्यादा समय ले रहा है।
पड़ सकती है फिजियोथेरेपी की जरूरत
फिजियोथेरेपिस्ट डॉ. शत्रुंजय शरण ने बताया कि कोविड के कारण होम आइसोलेशन में रह रहे उनके कुछ मरीजों ने भी पैरों व कमर में दर्द की शिकायत की है। उन्होंने दो मरीजों को थेरेपी दी है। ऐसे मरीजों को संक्रमण से उबरने के बाद कुछ सप्ताह तक फिजियोथेरेपी की जरूरत पड़ सकती है। कुछ मरीजों ने मिचली की शिकायत भी की है।