उल्लेखनीय है कि कुछ समय पहले चेन छिनैती के मामलों के बढऩे के बाद कई इलाकों में शहरवासियों ने स्वर्ण आभूषण पहनना बंद कर दिया था। विशेषकर, महिलाओं ने चेन पहनना कम कर दिया था। अब मोबाइल छीनने के मामले बढऩे के साथ ही लोगों की परेशानी फिर से बढ़ गई है।
बताया जाता है कि जिले मेें पिछले १५-२० दिनों में सक्रिय हुए मोपेड गैंग ने पुलिस की नींद उड़ा दी है। अकेले मालमारुति थाने के सीमाक्षेत्र में ही पिछले तीन दिनों में सात मोबाइल छिनैती के मामले हुए हैं और फिलहाल पुलिस के हाथ कोई सुराग नहीं लगा है।
पुलिस की समस्या यह भी है कि चेन छिनैती के मामले में जहां लोग फौरन पुलिस से शिकायत दर्ज कराते हैं वहीं मोबाइल छिनैती के मामले में वे ऐसा नहीं करते। नागरिकों के इस रवैए से बदमाश और भी निरंकुश होकर मोबाइल छीनकर भागने लगे हैं। मोबाइल छिनैती के अधिकांश मामले हनुमान नगर, कुमारस्वामी ले-आउट, कैम्प एरिया, हिंदवाडी, भाग्यनगर, महंतेश नगर में सामने आए हैं। बताया जाता है कि सर्वाधिक मामले मालमारुति इलाके में धर्मनाथ भवन के आसपास हुए हैं।
मेरे तो होश उड़ गए
मोबाइल छिनैती की शिकार एक महिला ने बताया कि धर्मनाथ भवन के पास बाइक सवार बदमाशों ने उनका मोबाइल छीन लिया। वे कहती हैं, कुछ पल के लिए तो मेरे होश ही उड़ गए। थोड़ी देर बाद जब मैं चिल्लाई तब तक तो बदमाश अदृश्य हो चुके थे।
पुलिस ने जिले के रामदुर्ग तालुक से तीन सदस्यों के एक गिरोह को पकड़ा है और उनके पास से चुराए गए २१० मोबाइल फोन बरामद किएहैं। इनकी शिनाख्त साईंराम श्रीनिवास, किरण राजनजनेयलु, श्रीकांत राजनजनेयलु के रूप में हुई है। पुलिस के अनुसार बरामद किए गए मोबाइल फोन की अनुमानित कीमत दस लाख रुपए से अधिक है।