संवाद के दौरान मुख्यमंत्री ने निर्माण कार्य की प्रगति पर संतोष व्यक्त किया और शेष कार्य को दो-तीन माह में पूर्ण करवाने के निर्देश दिए। पिछले साल मलनाडु क्षेत्र की एक छात्रा की नाला पार करते समय पानी में गिरने से हुई मौत की घटना के बाद मुख्यमंत्री ने सुदूर गांवों से स्कूल जाने वाले बच्चों की सुविधा के लिए नदियों, नालों पर अस्थायी पुलों के स्थान पर छोटे पुल बनाने की योजना बनाई और बजट में इस योजना के लिए धन आवंटित किया था।
संवाद कार्यक्रम के दौरान पुत्तूर तालुक के कुंतुरु मजलु, अर्बी ग्राम, तीर्थहल्ली तालुक के होन्नेतालु ग्राम पंचायत के दोड्डीमनेहल्ला ग्राम तथा उत्तर कन्नड़ जिले के सिद्धापुर तालुक के बेल्लीमडिके ग्राम के विद्यार्थियों, अभिभावकों तथा स्थानीय लोगों ने स्थायी छोटे पुल निर्मित करने की योजना को लागू करने के लिए मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया। संवाद के दौरान तीर्थहल्ली की एक छात्रा ने मुख्यमंत्री से गांव से स्कूल तक पहुंचने के लिए परिवहन के साधन व छात्रावासों की सुविधा उपलब्ध करवाने का अनुरोध किया।
साथ ही स्कूल में आकर ग्राम रात्रि विश्राम करने का अनुरोध किया। इस पर मुख्यमंत्री ने उसके गांव में आकर रात्रि विश्राम करने का भरोसा दिलाया। संवाद के दौरान मुख्यमंत्री ने मंड्या जिले के कनकनमरडी ग्राम के ग्रामीणों से संपर्क किया तो उन्होंने बताया कि यहां पर सडक़ निर्माण का कार्य प्रगति पर है और जल्द ही पूरा हो जाएगा।
उप मुख्यमंत्री जी. परमेश्वर ने इस मौके पर कहा कि शाला सेतु योजना राज्य सरकार का एक प्रमुख कार्यक्रम है और इसके क्रियान्वयन से ग्रामीण क्षेत्रों को स्कूली बच्चों को बड़ी सुविधा मिली है। कार्यक्रम में मौजूद लोक निर्माण मंत्री एचडी रेवण्णा ने शाला सेतु योजना की प्रगति का विवरण मुख्यमंत्री के समक्ष पेश किया।