उत्तर भारतीय राज्यों से बेंगलूरु में आकर रह रहे मतदाताओं ने पूरे जोश के साथ मतदान में भाग लिया और न सिर्फ खुद बल्कि अपने परिवार के सदस्यों और आस पड़ोस के लोगों को भी मतदान केंद्र तक ले जाने में अहम भूमिका निभाई। विशेषकर बुजुर्ग मतदाताओं को मतदान कराने में प्रवासियों ने काफी उत्साह दिखाया और खुद भी सुबह से ही मतदान केंद्रों पर पहुंचकर मतदान किया।
पहली बार मतदान करने वाली रितिशा बोहरा ने कहा कि मतदान कर वह अपने को गौरवान्वित महसूस कर रही है। उसका एक मत सरकार बनाने में अहम भूमिका निभाएगा। चिकपेट और गांधीनगर विधानसभा क्षेत्रों में हर मतदान केंद्र पर प्रवासी मतदाताओं की लंबी कतार देखने को मिली। कुछ मतदाताओं पारंपरिक राजस्थानी वेशभूषा में सजधजकर मतदान करने आए थे। उन्होंने मतदान के साथ ही अपनी सांस्कृतिक पहचान का भी प्रदर्शन किया।
विजयनगर विधानसभा स्थित बैटरायनपुरा के अनेक बूथों पर प्रवासियों ने मतदान किया। यहां आंजनेय कॉलोनी में बने बूथ संख्या २५७, २५८, २५९, २७१ पर प्रवासियों ने बढ़चढक़र मतदान में हिस्सा लिया। इस अवसर पर बहादुर कुमावत ने बताया कि राजस्थान पत्रिका की ओर से गत दस दिनों से चलाए जा रहे जागो जनमत अभियान ने प्रवासियों को जागृत करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। इसी का परिणाम है कि प्रवासियों ने गुरुवार को अपने प्रतिष्ठान बंद रखकर मतदान प्रक्रिया में खुद भी भागीदारी निभाई और आस पड़ोस में रहने वाले लोगों को भी मतदान के लिए प्रेरित किया है।
मोतीलाल गहलोत, महेन्द्र धोड़ला, राजाराम डैया, नरेश कुमावत, राजूराम ढाका, धाराराम मेघवाल, सोहन बावपिया, सुरेश हडि़वाल, जगदीश मावर, सुखाराम रामिणा, जुमरलाल, राकेश खरोल आदि ने जागो जनमत की सराहना करते हुए मतदान किया।