चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. के. सुधाकर ने शुक्रवार को कहा कि एक लाख किट उपलब्ध हैं जबकि और दो लाख किट मंगाए गए हैं। एक लाख किट में से 50 हजार किट बेंगलूरु के लिए रखे गए हैं जबकि शेष किट प्रदेश के अन्य जिलों में इस्तमाल किए जाएंगे।
स्वास्थ्य आयुक्त पंकज कुमार पांडे ने बताया कि जांच में निगेटिव पर सिंप्टोमेटिक मिलने पर संबंधित के गले के नमूने जांच के लिए भेजे जाएंगे। जिनकी रिपोर्ट निगेटिव लेकिन असिंप्टोमेटिक होगी उन्हें घर भेजा जाएगा।
स्वास्थ्य विभाग के अपर प्रधान सचिव जावेद अख्तर ने बताया कि रैपिड एंटीजेन जांच में कंटनमेंट जोनों में इन्फ्लूएंजा लाइक इंफेक्शन यानी आइएलआइ के लक्षण वाले लोगों, फीवर क्लिनिक पहुंचे लोगों, सवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी इंफेक्शन (एसएआरआइ) के लक्षण वाले मरीजों, स्वास्थ्यकर्मियों, एचआइवी पॉजिटिव व कैंसर के मरीजों सहित ट्रांसप्लांट मरीजों को प्राथमिकता मिलेगी।