उन्होंने कहा कि विजयपुर जिले में कन्या भ्रूण हत्या, शिशु मृत्यु दर, बालिकाओं के स्कूल छोडऩे के मामले गंभीर चिंता का विषय हैं। इन पर अंकुश लगाने के लिए महिलाओं का शिक्षित होना जरूरत है। केन्द्र तथा राज्य सरकारों के विविध जागृति कार्यक्रमों से हालही के दिनों में विजयपुर जिले में महिलाओं से संबंधित समस्याएं कम हुई हैं। शिक्षित युवतियों को इन कार्यक्रमों से जुडऩे की आवश्यकता है। पारीवारिक प्रताडऩ, असुरक्षित माहौल से महिलाएं परेशान हैं। इसे दूर करने के लिए शिक्षित महिलाओं को आगे आने की आवश्यकता है।
सीकैब संस्था के अध्यक्ष एस.ए. पुणेकर ने कहा कि महिला सशक्तिकरण के लिए महिला साक्षात्कार होना चाहिए। इस दिशा में जिम्मेदार पदों पर महिलाओं का होना जरूरी है। संस्था के सचिव ए.एस. पाटील ने कहा कि सीकैब संस्था की ओर से महिला उच्च शिक्षा पर जोर दिया जा रहा है। सभी वर्ग की महिलाओं के कल्याण के लिए विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है।
समारोह की अध्यक्षता कर कालेज प्रशासन के चेयरमैन रियाज फारूखी ने विचार व्यक्त किया। इस अवसर पर श्रेष्ठ उपलब्धी हासिल करने वाली कालेज की पुराने विद्यार्थी एवं महिला विश्वविद्यालय की प्राध्यापक डॉ. तहमीना कोलार, वरिष्ठ पत्रकार शाहीन मोकाशी, शिक्षा विशेषज्ञ अन्नालिसा बास्को, छह सरकारी पदों के लिए चयनित गीता पुलिस, अखिल भारतीय अनुसंधान परीक्षा (जेआरएफ) में उत्तीर्ण लगमव्वा हिप्परगी का जिलाधिकारी ने सम्मान किया।
कार्यक्रम के आरम्भ में छात्रा मुबशिरा ने प्रार्थना गीत पेश किया। वैभवी कुलकर्णी ने भगवद्गीता का पठण किया। भुवनेश्वरी और साथियों ने कालेज गीत प्रस्तुत किया। कालेज के प्राचार्य डॉ. मुहम्मद अफजल ने अतिथियों का स्वागत किया। प्रो. एच.के. यडवल्ली ने अतिथियों को परिचित कराया। डॉ. मल्लिकार्जुन मेत्री ने कार्यक्रम का संचालन किया। सांस्कृतिक गतिविधि समिति के कार्याध्यक्ष प्रो. भाग्यश्री सेवत्कर ने आभार व्यक्त किया।