यहां गुरुवार को उन्होंने कहा कि वे गृहमंत्री रह चुके हैं लिहाजा पुलिस कैसे काम करती है इस बात को उनको पूरा पता है।जो पुलिस थाने की रक्षा नहीं कर सकती वह आम जनता की रक्षा कैसे करेगी। कावलबैरसंद्र, केजीहल्ली तथा डीजी हल्ली की घटनाएं राज्य सरकार की प्रशासनिक विफलता का प्रतीक है।
उन्होंने कहा कि एसडीपीआई के कारण मुस्लिम मतों का विभाजन होने से कांग्रेस को नुकसान तथा भाजपा को राजनीतिक फायदा होता है। इसलिए भाजपा जानबूझकर एसडीपीआई पर प्रतिबंध नहीं लगा रही है। अगर राज्य सरकार को इस बात का पता है कि शहर में हुए दंगों में एसडीपीआई का हाथ है तो इस संगठन पर प्रतिबंध लगाने के लिए सरकार को कौन रोक रहा है? अब तो केंद्र तथा राज्य में भाजपा की सरकार है ऐसे में एसडीपीआई पर तुरंत प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए।
राज्य में कानून व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग करें बेंगलूरु. कांग्रेस के विधायक जमीर अहमद खान ने भाजपा के वरिष्ठ नेता बीएल संतोष निशाना साधते हुए कहा है कि उन्हें सोशल मीडिया पर सांप्रदायिक उन्माद फैलाने वाले बयान देकर राजनीतिक रोटियां सेकने का प्रयास नहीं करना चाहिए। वे राज्य में कानून-व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग करें।उन्होंने यहां गुरुवार को कहा कि राज्य के 224 विधायकों की सुरक्षा करना राज्य सरकार का दायित्व है।यह दायित्व निभाने में विफल रही राज्य सरकार प्रशासनिक विफलता छिपाने के लिए दूसरे संगठनों का नाम ले रही है।
शहर में हुए दंगे सरकार की विफलता है। राज्य सरकार को दंगों के लिए जिम्मेदार संगठनों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। केवल कार्रवाई की धमकियां देने से कुछ भी हासिल नहीं होगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के अधीन संस्थाओं की विफलताओं के लिए किसी और को कैसे जिम्मेदार ठहराया जा सकता है। यह दंगे पूर्वनियोजित होने की बातें कही जा रही है तो राज्य सरकार बताए कि राज्य का खुफिया विभाग क्या कर रहा था?
उन्होंने कहा कि भाजपा के नेता ने पुलकेशीनगर क्षेत्र के विधायक के दलित होने के कारण कांग्रेस द्वारा उनकी सुरक्षा नहीं करने की बात कही है जबकि कांग्रेस ही एक मात्र ऐसा राजनीतिक दल है जहां सभी धर्मों के साथ न्याय किया जाता है।