scriptबजरी नीति में व्यापक बदलाव की तैयारी, ग्राम पंचायतों को मिलेगा अधिकार | sand policy will change in karnataka | Patrika News
बैंगलोर

बजरी नीति में व्यापक बदलाव की तैयारी, ग्राम पंचायतों को मिलेगा अधिकार

विधान परिषद में प्रश्नकाल के दौरान खनिज एवं भूगर्भ विज्ञान मंत्री आचार हालप्पा ने कहा कि बजरी खदानों की अनुमति देने का अधिकार पंचायतों को ही हस्तांतरित किया जाएगा। इस प्रस्ताव पर मंत्रिमंडल की आगामी बैठक में फैसला किया जाएगा।

बैंगलोरSep 22, 2021 / 07:09 pm

MAGAN DARMOLA

बजरी नीति में व्यापक बदलाव की तैयारी, ग्राम पंचायतों को मिलेगा अधिकार

बजरी नीति में व्यापक बदलाव की तैयारी, ग्राम पंचायतों को मिलेगा अधिकार

बेंगलूरु. राज्य की बजरी नीति में व्यापक फेरबदल किए जा रहे है। बजरी खदानों की अनुमति देने का अधिकार पंचायतों को ही हस्तांतरित किया जाएगा। खनिज एवं भूगर्भ विज्ञान मंत्री आचार हालप्पा ने यह बात कही। विधान परिषद में प्रश्नकाल के दौरान उन्होंने कहा कि इस प्रस्ताव पर मंत्रिमंडल की आगामी बैठक में फैसला किया जाएगा। मौजूदा नीति में बदलाव के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को आसानी से बजरी मिलेगी।

उन्होंने कहा कि राज्य में बजरी मांग 45 लाख टन तक पहुंच गई है। लेकिन अभी 35 लाख टन बजरी की आपूर्ति संभव हो रही है। मांग के अनुपात में आपूर्ति कम होने से बजरी के दाम में उछाल आ रहा है। बजरी की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में खदानों को अनुमति देना अनिवार्य है। अनुमति देने का अधिकार जिला प्रशासन से लेकर पंचायतों को देने पर इस समस्या का स्थाई समाधान संभव होगा।

उन्होंने कहा कि पत्थर खदानों की अनुमति देने के लिए जिला स्तर पर प्राधिकरण का गठन किया गया है। जिलाधिकारी की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय समिति का भी गठन किया गया है। खदानों से पत्थर निकालना तथा जैली क्रशर चलाने के लिए अब अलग-अलग अनुमति लेना अनिवार्य है।

कांग्रेस की वीणा अच्चय्या के सवाल पर उन्होंने कहा कि कोडग़ु जिले में 4 जैली क्रशर को अनुमति दी गई है। इनमें से अभी 2 सक्रिय हैं। तीन नई आवेदन प्राप्त हुए हैं। जिले की कावेरी समेत 17 उपनदियों से 68 हजार टन बजरी निकालने की अनुमति प्रदान की गई है। अन्य जिलों से कोडग़ु जिले को 1.2 मीट्रिक टन एम सैंड की आपूर्ति हो रही है।

Home / Bangalore / बजरी नीति में व्यापक बदलाव की तैयारी, ग्राम पंचायतों को मिलेगा अधिकार

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो