भ्रष्टाचार के आरोप लगाना गलत वहीं चिकित्सा शिक्षा मंत्री के सुधाकर ने इन आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि भाजपा सरकार के पास छिपाने के लिए कुछ नहीं है। अधिकारी पूरी पारदर्शिता के साथ मुख्य सचिव के नेतृत्व में अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं। भ्रष्टाचार के आरोप लगाना गलत हैै। उन्होंने कहा कि एक पूर्व मुख्यमंत्री द्वारा ऐसा आरोप लगाना दुखद है।
मंत्री ने कहा कि सिध्दरामय्या को कोई सूचना चाहिए थी तो वे मंत्रियों या मुख्य सचिव से सम्पर्क कर सकते थे। हम भागनेवाले नहीं हैं। सीबीआई जांच का भी सामना करने के लिए तैयार हैं।
कोविड-19 मामलों से निपटने में विफल रहने का आरोप सिध्दरामय्या ने सरकार पर कोविड-19 मामलों से निपटने में विफल रहने और पूरी तैयारी नहीं कर पाने का आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा कि वेंटीलेटर व अन्य ढांचागत सुविधाओं के लिए पर्याप्त समय था। यदि सरकार ने समुचित तैयारी की होती तो न तो कोरोना के इतने मामले होते और न ही मृतकों की संख्या बढ़ती।
चौबीस घंटों में 1694 मरीज मिले बता दें कि कर्नाटक में शुक्रवार को कोरोना के मामलों ने पिछले सारे रिकॉर्डों को पीछे छोड़ दिया। शुक्रवार को पिछले चौबीस घंटों में 1694 मरीज मिले। बेंगलूरु में लगातार बढ़ रही मरीजों की संख्या शुक्रवार को हजार के करीब पहुंच गई। बेंगलूरु में कोरोना के 994 नए मामले सामने आए हैं। राज्य में शुक्रवार को 471 मरीजों को अस्पताल से छुट्टी दी गई।