इसके चलते उनको पहले से ज्यादा निवेश करने की आवश्यकता पड़ रही है। इसके अंतर्गत अपना बैंक चिकित्सकों की तुरंत आवश्यकता को पूरा करने के लिए अधिकतम 25 लाख रुपए ऋण उपलब्ध करने वाली ओडी सुविधा जारी की है। उन्होंने कहा कि टेस्ट ट्यूब बेबी तथा बांझ समस्या निवारण सुविधा धारवाड़ में ही मिलने से आमजन को भी आसानी हुई है। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि ज्योति प्रहलाद जोशी ने कहा कि बच्चे न होने वाले दम्पतियों का समाज को देखने का नजरिया ही अलग होता है।
विशेष रूप से महिला मानसिक रूप से बेहद परेशान हो जाती है। बांझ समस्या के निवारण को संबंधित धारवाड़ में अस्पताल खोलने पर डॉ. सौभाग्य कुलकर्णी की सराहना की। स्त्री रोग चिकित्सक डॉ. सौभाग्य कुलकर्णी ने कहा कि आधुनिक जीवन शैली पुरुष एवं महिला दोनों को बांझपन की ओर लेजा रही है।
आवश्यक औषधोपचार एवं जीवन शैली बदलाव के साथ दम्पती बच्चे प्राप्त कर सकते हैं। औषधि से सम्भव नहीं हो पाता है तो टेस्ट-ट्यूब बेबी से बच्चे हो सकते हैं। धारवाड़ में इस दिशा में सुसज्जित अस्पताल की जरूरत को जानकर तथा आमजन को भी इसका लाभ मिलना चाहिए के उद्देश्य से धारवाड़ में ही अस्पताल शुरू किया गया है। अस्पताल की मुख्य चिकित्सक डॉ. कोमल कुलकर्णी ने कहा कि टेस्ट ट्यूब शिशु व्यवस्था अत्यंत सरल हो गई है।
आमजन को यह तकनीक उपलब्ध हो सकती है। इस अवसर पर आस्था महिला केन्द्र की ओर से पूर्व महापौर पूर्णा पाटील, अक्कन बलग की अध्यक्ष मीनाक्षी कोटूर, लेखिका मालती मुदकवी, रोटरी क्लब की डिपुटी गवर्नर गौरी हिरेमठ को विश्व मातृ दिवस के उपलक्ष्य में सम्मान किया गया। 150 से अधिक दम्पत्तियों ने नि:शुल्क शिविर का लाभ उठाया।