राज्य की राजनीति में हलचल मचाने वाली यह घटना पूर्व मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी के कार्यकाल के दौरान हुई थी। इसे लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर चला था। बीएसए यडियूरप्पा की सरकार बनने के बाद सीबीआई जांच के आदेश दिए गए। मालूम हो कि भाजपा सरकार बनते ही मात्र डेढ़ माह भीतर ही आलोक कुमार को बेंगलुरू पुलिस आयुक्त पद से हटा दिया गया था।