विभाग के सहायक वाणिज्य कर अधिकारी हिन्दूसिंह ने बताया कि एक उपभोक्ता ने शिकायत की थी कि उसने सीएम टावर में एक मोबाइल प्वाइंट से एक मोबाइल खरीदा था। कुछ दिनों बाद मोबाइल में खराबी आ गई। वह उस मोबाइल को लेकर दुकान पर आया तो दुकान संचालक ने उसको मोबाइल सर्विस सेंटर पर दिखाने की बात कही।
उपभोक्ता जब मोबाइल को लेकर सर्विस सेंटर पर गया तो उससे बिल मांगा। उपभोक्ता ने जब बिल दिखाया तो सर्विस सेंटर संचालक ने यह कहते हुए मोबाइल की मरम्मत करने से मना कर दिया कि बिल फर्जी है। उपभोक्ता जब वापस मोबाइल व बिल को लेकर दुकान पर आया तो वहां पर उसको संतुष्टी पूर्वक जवाब नहीं दिया गया।
इस पर उपभोक्ता ने वाणिज्यकर विभाग में शिकायत कर दी। विभागीय अधिकारियों ने दुकान पर पहुंच कर सभी मोबाइलों के कागजात देखे, बिलों के टिन नम्बर आदि देखे। एसीटीओ ने बताया कि फिलहाल जांच चल रही है। देर शाम तक कार्रवाई जारी रही।