प्रयोगशला रिपोर्ट के अनुसार ग्रेनेड में कोई विस्फोटक सामाग्री नहीं थी। इसमें कई सुराख हो चुके थे जिस कारण ग्रेनेड विस्फोट के काबिल नहीं था। पुलिस अब इसका पता कर रही है कि ग्रेनेड रेलवे स्टेशन परिसर में कैसे आया। रेलवे पुलिस ने इस मामले में कुछ पोर्टर, कैंटीन कर्मचारी, कुली और रेलवे कर्मचारियों से भी पूछताछ किया है।वहीं, शुक्रवार को रेलवे स्टेशन पर भारतीय सेना की दो टुकडिय़ां उतरी थीं। संदेह जताया जा रहा है कि सेना का ही ग्रेनेड गिरा होगा, फिलहाल इस विषय पर भी जांच हो रही है।
सुरक्षा उपायों पर आज बैठक में होगी चर्चा
रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा को लेकर मंगलवार को संभागीय रेलवे प्रबंधक, रेलवे सुरक्षा बल के वरिष्ठ अधिकारियों और प्रदेश रेलवे पुलिस अधिकारियों की बैठक होगी। शहर के सबसे बड़े रेलवे स्टेशन में सुरक्षा के लिए उठाए जानेे वाले कदम, सुरक्षा की खामियां और अन्य विषयों पर प्रमुखता से चर्चा होगी।
बैठक के बाद सुरक्षा की व्यवस्था को और ज्यादा प्रभावी बनाने के लिए कई कदम उठाए जाने की संभावना है। रेलवे सुरक्षा अधिकारियों का मानना है कि रेलवे स्टेशन पर एक साथ कई यात्री आते हंै। प्रत्येक यात्री की तलाशी लेकर उन्हें अंदर छोडऩे में काफी समय लगेगा। कई यात्री जल्दबाजी में रहते हैं तो उन्हें को रेल गाड़ी छूट जाने का डर रहता है। तलाशी से बचने के लिए यात्री वैकल्पिक मार्ग तलाशते हैं।
इसलिए यात्री सुरक्षा जांच को प्रभावी बनाने के लिए जांच प्रक्रिया में अधिक संख्या में कर्मचारियों को नियुक्त करने की जरूरत है। साथ ही लग्गेज स्कैनरों की संख्या बढ़ाने और हेंड हेल्ड मेटल डिटेक्टर का इस्तेमाल करने से तलाशी शीघ्र होगी। अवैध प्रवेश द्वारों को बन्द करना भी इसमें शामिल है।