बता दें कि मुनिराजू का तीन माह पहले ही मालूर तबादला हुआ था। उन्होंने तहसीलदार कार्यालय में कई सालों से लंबित मुकदमों को निपटाने और किसानों की समस्याओं को हल करने के उद्देश से हर सप्ताह जनता अदालत आयोजित किया था जिसकी वजह से वह कुछ ही दिनों में लोकप्रिय हो गए थे। उन्होंने केवल दो माह की अवधि में ६५ हजार मामलों को निपटाया था। किसानों और आम नागरिकों को बार-बार सरकारी कार्यालयों के चक्कर लगाने पर अंकुश लगाते हुए निर्धारित समय केअंदर काम करने का वादा कर इसे पूरा किया था। मुनिराजू के निधन पर नागरिकों ने शोक प्रकट किया।
उनके निधन पर राजस्व मंत्री आर.अशोक, कोलार की जिलाधिकारी सत्यभामा, पुलिस अधीक्षक कार्तिक रेड्डी और अन्य अधिकारियों ने भी शोक प्रकट किया है।