उन्होंने कहा कि राज्य में पंचमशाली, कुरुबा तथा वाल्मीकि समुदाय के लोग आरक्षण की मांग को लेकर संघर्ष कर रहे हंै। मुख्यमंत्री बीएस येडियूरप्पा को इन समुदायों के मठ प्रमुख तथा नेताओं के साथ संपर्क कर इस समस्या का समाधान करना चाहिए।
नेताओं की बयानबाजी पर कोई टिप्पणी नहीं करुंगा पार्टी के जीटी देवगौड़ा समेत कई वरिष्ठ विधायकों की बयानबाजी के बारे में उन्होंने कहा कि ऐसे नेताओं की बयानबाजी पर कोई टिप्पणी नहीं करुंगा। इससे पहले भी मैंने स्पष्ट किया है कि जिन नेताओं को पार्टी में बने रहना असहज लग रहा है, वे पार्टी छोडऩे के लिए स्वतंत्र हैं।