scriptयह है धार्मिक जीवन का अहम प्रेरक प्रतीक | This is the key motivator for religious life | Patrika News
बैंगलोर

यह है धार्मिक जीवन का अहम प्रेरक प्रतीक

अर्थ के अर्थ को सही मायने में समझ लें

बैंगलोरMay 17, 2019 / 01:01 pm

Ram Naresh Gautam

jainism

यह है धार्मिक जीवन का अहम प्रेरक प्रतीक

मैसूरु. आचार्य मुक्तिसागरसूरी की निश्रा में चार दिनों में चार अलग अलग जिनालयों के ध्वजारोहण हुए।

प्रवचन के बाद ध्वजा के लाभार्थी रिखबचंद, रूपचंद वोहरा परिवार के आग्रह पर संघ के साथ उनके निवास पर पधारे।
जहां महिलाओं ने सिर पर कलश धर कर आचार्य का सामैया कर परिक्रमा लगाते हुए मंगलगीत गाए। मांगलिक श्रवण के बाद ध्वजा लेकर सुविधीनाथ जिनालय पहुंच कर ध्वजारोहण किया गया।

आचार्य ने कहा कि मंदिरों के शिखर से भी ऊपर फहराई जानेवाली ध्वजा हमें अपने जीवन को उन्नत बनाने की एक प्रेरणा देती है।
सुमतिनाथ जैन श्वेतांबर मूर्ति पूजक संघ के अध्यक्ष अशोक दांतेवाडिय़़ा, ट्रस्टी हंसराज पगारिया, बाबूलाल मुणोत, महावीर गादिया, कांतिलाल पटवारी, विमल भेसवाड़ा, डायालाल वोहरा, अरविन्द भंडारी, उगमराज हरण, विक्रम हरण आदि उपस्थित रहे।

वहीं, महावीर भवन में आचार्य मुक्ति सागरसूरी ने कहा कि आदमी अपनी जिंदगी उस तुच्छ धन वैभव के पीछे लगा देता है जिसे अंत में छोड़कर ही जाना होता है।
उन्होंने कहा कि यह पैसा या अर्थ जीवन को समर्थ भी बना सकता है और व्यर्थ भी गवां सकता है। मगर यह हम पर निर्भर होता है, अर्थ के अर्थ को सही मायने में समझ लें।

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