मौजूदा प्लेटफॉर्म 550 मीटर लंबा
मौजूदा प्लेटफॉर्म 550 मीटर लंबा है, जबकि इसे एक साल में 1,400 मीटर तक बढ़ाया जाएगा। भवन निर्माण कार्य, सिग्नलिंग, तीसरा प्रवेश द्वार निर्माण, विद्युत और अन्य संबंधित कार्यों पर कुल ९० करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। मुख्य जनसंपर्क अधिकारी ई विजया यह काम एक साल में पूरा कर लिया जाएगा।
यह विस्तार हुब्बल्ली और बेंगलूरु के बीच दोहरीकरण के हिस्से के रूप में किया जा रहा है। यह कार्य नवंबर 2019 से चल रहा है। रेलवे स्टेशन को चल रही परियोजना के अंत में तीन और प्लेटफॉर्म भी मिलेंगे जिससे कुल प्लेटफॉर्म की संख्या बढ़कर आठ हो जाएगी।
मौजूदा प्लेटफॉर्म 550 मीटर लंबा है, जबकि इसे एक साल में 1,400 मीटर तक बढ़ाया जाएगा। भवन निर्माण कार्य, सिग्नलिंग, तीसरा प्रवेश द्वार निर्माण, विद्युत और अन्य संबंधित कार्यों पर कुल ९० करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। मुख्य जनसंपर्क अधिकारी ई विजया यह काम एक साल में पूरा कर लिया जाएगा।
यह विस्तार हुब्बल्ली और बेंगलूरु के बीच दोहरीकरण के हिस्से के रूप में किया जा रहा है। यह कार्य नवंबर 2019 से चल रहा है। रेलवे स्टेशन को चल रही परियोजना के अंत में तीन और प्लेटफॉर्म भी मिलेंगे जिससे कुल प्लेटफॉर्म की संख्या बढ़कर आठ हो जाएगी।
नए प्लेटफार्म के बन जाने से दोनों दिशाओं में एक साथ ट्रेनों का आवागमन हो सकेगा। हुब्बल्ली यार्ड को भी नया रूप दिया जा रहा है। बता दें कि रेलवे स्टेशन में वर्तमान में दो प्रवेश व निकास द्वार हैं – एक मुख्य प्रवेश द्वार और दूसरा गदग रोड पर। अब एक तीसरा प्रवेश द्वार भी बनाया जा रहा है।
यह है देश का सबसे लम्बा प्लेटफार्म
जहां तक भारतीय रेलवे के सबसे लम्बे प्लेटफार्म का सवाल है तो इस सूची में फिलहाल उत्तर प्रदेश में गोरखपुर रेलवे स्टेशन का सबसे लंबा प्लेटफार्म (1366 मीटर) है। सूची में लम्बाई के स्थान से दूसरा स्थान केरल में कोल्लम जंक्शन (1180 मीटर) है।
जहां तक भारतीय रेलवे के सबसे लम्बे प्लेटफार्म का सवाल है तो इस सूची में फिलहाल उत्तर प्रदेश में गोरखपुर रेलवे स्टेशन का सबसे लंबा प्लेटफार्म (1366 मीटर) है। सूची में लम्बाई के स्थान से दूसरा स्थान केरल में कोल्लम जंक्शन (1180 मीटर) है।