बेंगलूरु. एक छात्रा ने बस पास होने के बावजूद बस सेवा उपलब्ध कराने में विफल रहने पर बेंगलूरु महानगर परिवहन निगम (बीएमटीसी) से 10 लाख रुपए का मुआवजा मांगा है।
केंगेरी स्थित जीएसएस अकादमी ऑफ टेक्निकल एजुकेशन की प्रथम सैमेस्टर की छात्रा जी.पावना ने अपने वकील रमेश एस.नायक के जरिए बीएमटीसी की प्रबंधन निदेशक सी.शिखा को नोटिस भेजा हे। उसने कहा है कि दो दिन से बस नहीं चलने के कारण उसे टिकट खरीद कर सफर करना पड़ा है। उसके पास बस पास होने के बावजूद उसे कोई सुविधा नहीं मिली।
पावना ने बीएमटीसी का वार्षिक बस पास बनवा रखा है। बसें नहीं चलने पर उसे ज्यादा किराया देकर कॉलेज जाना पड़ा। इससे उसकी शिक्षा प्रभावित हुई। शारीरिक और मानसिक उत्पीडऩ का भी सामना करना पड़ा है। छात्रा ने बीएमटीसी पर सेवा में कमी और अनुचित व्यापार पद्धति का आरोप लगाया है। छात्रा ने 10 लाख रुपए मुआवजे के अलावा नोटिस खर्च 10 हजार रुपए देने की मांग की है।
पावना ने सड़क परिवहन निगमों के कर्मचारी महासंघ के मानद अध्यक्ष कोडिहल्ली चंद्रशेखर को भी नोटिस जारी किया है।